दुबई और शारजाह में लंबे छक्के लगा रहे हैं गया के शोएब खान, ऐसे बनाई ILT 20 की डेवलपमेंट लीग में जगह

दुबई और शारजाह में लंबे छक्के लगा रहे हैं गया के शोएब खान, ऐसे बनाई ILT 20 की डेवलपमेंट लीग में जगह


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बिहार रणजी टीम में जगह न मिलने के बाद शोएब मायूस होकर क्रिकेट छोड़ने तक का सोच रहे थे. देश के लिए खेलने का सपना था लेकिन, यहां भी रणजी टीम में खेलने का मौका नहीं मिला. दुबई में क्रिकेट खेलने की वैकेंसी की खबर म…और पढ़ें

कुंदन कुमार/गया: बिहार के एक छोटे से गांव के शोएब खान दुबई और शारजाह के स्टेडियम में लंबे-लंबे छक्के लगाते दिखेंगे. जी हां, गया जी जिले के अति नक्सल प्रभावित इमामगंज प्रखंड क्षेत्र के कोठी के रहने वाले शोएब खान का चयन आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स के फ्रेंचाइजी दुबई कैपिटल्स के डेवलपमेंट टीम में हुआ है. अभी शोएब खान वहां पर डेवलपमेंट लीग खेल रहे हैं और इसमें बेहतर प्रदर्शन करने पर वहां की ILT20 में खेलने को मौका मिलेगा. भारत में आईपीएल तो दुबई में ILT20 कहा जाता है.

शोएब खान ने पहले मैच में बेहतरीन प्रदर्शन किया था और 34 रन के पारी खेली थी. नक्सल क्षेत्र के छोटे गांव से दुबई क्रिकेट लीग का चमकता सितारा बनना शोएब खान की संघर्ष और हिम्मत की कहानी है. जहां शिक्षा और खेल की बेहतर सुविधाएं नहीं थी, वहां बच्चे अपने सपने संजोते थे. शोएब के माता-पिता भी शुरुआत में उन्हें खेल से दूर रखने के पक्ष में थे क्योंकि उन्हें खेल में कैरियर का विश्वास नहीं था लेकिन, शोएब ने हिम्मत नहीं हारी. धीरे-धीरे उन्होंने जिला और विश्वविद्यालय स्तर की क्रिकेट टीमों में जगह बनाई.

बचपन से ही शोएब को क्रिकेट का शौक था लेकिन, गांव में उस तरह की सुविधा नही थी. इनके पिता जो पेशे से किसान हैं. उन्होने अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने में कोई कसर नही छोडी. खुद बीए एलएलबी की पढाई की है और सभी बच्चों को भी अच्छी शिक्षा दी. उन दिनों गांव में अच्छी स्कूल नहीं थी तो उन्होंने शोएब का गया शहर में स्थित ज्ञान भारती स्कूल में एडमिशन करा दिया. शोएब ने यहीं से क्रिकेट खेलना शुरु किया. यहां वह टेनिस बाॅल से प्रैक्टिस करते थे.

शोएब के बड़े भाई अल्तमस खान जो गया जिले में ही संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के तहत जिला आपदा प्रबंधन में एचआरवीसीए के पद पर सेवा दे रहे हैं उन्होंने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि शोएब खान ने स्कूल स्तर पर क्रिकेट खेलने के बाद जिला और राज्य स्तर के टूर्नामेंट में भी भाग लिया. इसी बीच उनका नामांकन जामिया मिल्लिया विश्वविद्यालय, दिल्ली में हो गया, जहां उन्होंने पढ़ाई के साथ-साथ क्रिकेट भी जारी रखा. अपने बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर शोएब विश्वविद्यालय टीम में चयनित हुए और देश के कई बड़े खिलाड़ियों के साथ चैरिटी मैच और विश्वविद्यालय डेवलपमेंट टूर्नामेंट में हिस्सा लिया.

बिहार रणजी टीम में जगह न मिलने के बाद शोएब मायूस होकर क्रिकेट छोड़ने तक का सोच रहे थे. देश के लिए खेलने का सपना था लेकिन, यहां भी रणजी टीम में खेलने का मौका नहीं मिला. दुबई में क्रिकेट खेलने की वैकेंसी की खबर मिलते ही शोएब ने वहां जाने की तैयारी शुरू कर दी. पिता ने उसकी पूरी मदद की और महीनों तक घर से पैसे भेजते रहे. धीरे-धीरे उसने दुबई और शारजाह के कई क्लबों में खेलना शुरू किया और एक प्रोफेशनल क्रिकेटर के रूप में पहचान बनानी शुरू की.

शोएब की मेहनत रंग लाई और अब वह दुबई इंटरनेशनल टीम के साथ कॉन्ट्रैक्ट हासिल कर चुका है. क्लब क्रिकेट में लगातार प्रदर्शन के कारण उसे मैच खेलने के पैसे भी मिलने लगे. दुबई की क्रिकेट पिच पर शोएब ने अपने सपनों को नई उड़ान दी है. शोएब खान को दुबई के स्थानीय क्रिकेट में उनके बेहतरीन फील्डिंग कौशल के लिए इमिरेट्स क्रिकेट बोर्ड से सम्मानित किया जा चुका है. पिछले साल उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच और बेस्ट फील्डर टूर्नामेंट का अवार्ड भी मिला.

अल्तमश खान ने बताया अगर शोएब ILT20 के डेवलपमेंट लीग में अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो उनका नाम अंतरराष्ट्रीय ILT20 2026 सत्र के ऑक्शन में आएगा और उम्मीद है किसी न किसी टीम में और शायद दुबई कैपिटल्स टीम के साथ और आने वाले दिनों में आइपीएल में भी खेलते नजर आ सकते हैं.

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दुबई-शारजाह में लंबे छक्के लगा रहे हैं गया के शोएब खान, ऐसे बनाई लीग में जगह



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