इंदौर से रात 11.30 बजे रवाना हुई हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन में उज्जैन के बाद सेकंड एसी और थर्ड एसी कोच के सभी एसी बंद हो गए। यात्रियों ने पहले अटेंडर को शिकायत की, लेकिन समस्या हल नहीं हुई तो अधिकारियों को बताया, पर कुछ नहीं हुआ।
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यात्री बिना एसी चालू हुए 11 स्टेशन तक परेशान होते रहे। बुधवार दोपहर करीब 12.45 बजे ट्रेन जब सतना स्टेशन पर रुकी तो यात्रियों ने हंगामा कर दिया। रेलवे के खिलाफ नारेबाजी भी की। रेलवे अधिकारियों ने अगले स्टेशन पर जब एसी कोच शुरू होने की बात कही तो यात्रियों ने जमकर नाराजगी जाहिर की और कहा रातभर से परेशानी हो रही है।
कोच में बच्चे, बुजुर्ग भी सफर कर रहे हैं। कुलिंग नहीं होने से घुटन हो रही है। यात्रियों के हंगामे के बाद रेलवे ने एक और इंजन लगवाया, डबल इंजन से ट्रेन रवाना हुई। वहीं, रेलवे अधिकारियों ने कहा कि यात्रियों की जो समस्या थी, उसका निराकरण करवा दिया गया।
आपबीती : कोच बंद होने से हवा भी नहीं आ रही थी, घुटन जैसी स्थिति रही
ट्रेन के एसी उज्जैन तक तो सही चलते रहे, लेकिन जैसे ट्रेन उज्जैन से आगे बढ़ी कोच में कुलिंग बंद हो गई। अटेंडर को शिकायत की तो उसने कहा अगले स्टेशन पर टेक्नीशियन आ जाएगा। एसी चालू हो जाएगा, लेकिन अगले स्टेशन पर भी एसी चालू नहीं हुआ।
हमें लगा कि सिर्फ हमारे कोच का एसी बंद है, लेकिन अगले स्टेशन पर अन्य यात्रियों से पूछा तो पता चला कि फर्स्ट एसी को छोड़कर बाकी सभी कोच के एसी से कुलिंग नहीं हो रही है। रातभर का सफर जैसे-तैसे निकाला। कई यात्री तो वॉशरूम के पास गेट खोलकर खड़े रहे। सतना स्टेशन पर यात्रियों ने डेढ़ घंटे तक नारेबाजी कर विरोध जताया।– कृष्णा उपाध्याय, एसी कोच के यात्री