वर्कशॉप के दौरान प्रोजेक्टर से दी अहम जानकारियां।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में हाथी-मानव संघर्ष को रोकने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। इस संबंध में दस विभागों के प्रमुख अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में 6 आईएफएस, 3 आईएएस और एक आईपीएस अधिकारी सहित 100 से अधिक कर्मचारी शामिल हुए।
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शहडोल संभाग आयुक्त, दो टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर, वन विकास निगम के संभागीय प्रबंधक, उमरिया कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने बैठक में भाग लिया। इसमें वन विभाग, पुलिस, पंचायत, लोक निर्माण, पशु चिकित्सा, उद्यानिकी, कृषि, कृषि विज्ञान केंद्र, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी और जनजातीय कल्याण विभाग के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
30 अगस्त को आयोजित हुई वर्कशॉप।
कॉरिडोर में पानी कवर करने की सलाह
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को हाथी कॉरिडोर में हैंडपंप स्थापना से बचने का निर्देश दिया गया। यदि पानी की व्यवस्था आवश्यक हो तो उसे कवर करने की सलाह दी गई। उद्यानिकी विभाग को ग्रामीणों को लेमन ग्रास और मिर्ची की खेती से बचने की सलाह देने को कहा गया, क्योंकि हाथी इन फसलों से दूरी बनाते हैं।
सोलर फेंसिंग लगाने का प्रस्ताव
बैठक में फ्लेक्सिबल पोल वाली सोलर फेंसिंग लगाने का प्रस्ताव रखा गया। यह विशेष फेंसिंग हाथियों द्वारा कुचले जाने के बाद भी अपनी मूल स्थिति में वापस आ जाएगी। पंचायत विभाग को ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता फैलाने की जिम्मेदारी दी गई। पुलिस विभाग व्यवस्था संभालने में सहयोग करेगा। जनजातीय कल्याण विभाग ग्रामीणों को हाथियों से सुरक्षित दूरी बनाए रखने के बारे में जागरूक करेगा।

बैठक में शामिल हुए कई विभागों के अधिकारी।
बांधवगढ़ में 60 हाथी मौजूद
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक अनुपम सहाय ने बताया कि हाथी मानव दंड रोकने के लिए एक साथ सभी विभागों के अधिकारियों ने बैठकर चर्चा की है बांधवगढ़ संजय टाइगर रिजर्व शहडोल और अनूपपुर के साथ डिंडौरी में भी हाथियों की मूवमेंट है। बांधवगढ़ में 60 हाथी हैं, हम सभी हाथियों की निगरानी कर रहे हैं।