ग्रामीणों ने शव रखकर प्रदर्शन किया तो धरने के दौरान ही बुजुर्ग का संबल कार्ड जनरेट हुआ ।
सतना में एक बुजुर्ग की मौत के 5 घंटे बाद उसका संबल कार्ड बनाया गया। ग्रामीण उसका शव रखकर प्रदर्शन कर रहे थे। तब मौके पर पहुंचे पंचायत सचिव तरुण मिश्रा ने तुरंत संबल कार्ड जारी किया। मामला सामने आने पर जिला पंचायत सीईओ संजना जैन ने पंचायत सचिव को सस्प
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मामला नागौद थाना क्षेत्र के वीरपुर गांव में रविवार का है। महेंद्र कुशवाहा ने 6 जून को संबल कार्ड का आवेदन दिया था। जुलाई में सचिव ने इसे अप्रूव भी कर दिया, लेकिन कार्ड जनरेट नहीं किया गया था। अब मौत के 5 घंटे बाद आनन फानन में कार्ड जनरेट किया गया। लंबी बीमारी के बाद उनका रविवार सुबह निधन हो गया था।
बुजुर्ग की मौत के 5 घंटे बाद संबल कार्ड जारी किया गया। ग्रामीण इसे लेकर प्रदर्शन कर रहे थे।
सरपंच ने भी मदद से कर दिया इनकार महेंद्र कुशवाहा की मौत के बाद परिजनों ने अंतिम संस्कार के लिए सरपंच शिवेंद्र सिंह से संबल योजना की अंत्येष्टि सहायता राशि मांगी। संबल कार्ड नहीं होने के कारण सरपंच ने भी मदद से इनकार कर दिया। इसके बाद परिजन और ग्रामीण शव लेकर पोड़ी चौराहे पहुंचे और शव रखकर चक्काजाम कर दिया।

ग्रामीणों ने शव रखकर चक्काजाम कर दिया। इसके बाद सचिव ने संबल कार्ड जारी किया।
लोग बोले- कई पात्र लोगों के कार्ड नहीं बने चक्काजाम कर रहे लोगों का कहना है कि महेंद्र कुशवाहा समेत कई पात्र लोगों के संबल कार्ड बनवाने की मांग बार-बार की गई, लेकिन सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक की लापरवाही के कारण कार्ड नहीं बन सका। शिकायतों के बावजूद जनपद और जिला पंचायत ने कोई कार्रवाई नहीं की।
प्रदर्शन के बाद जारी हुआ संबल कार्ड प्रदर्शन की सूचना मिलने पर नागौद टीआई अशोक पांडेय पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने स्थिति की जानकारी एसडीएम सोमेश मिश्रा को दी। इसके बाद पंचायत सचिव तरुण मिश्रा ने वहीं 4.29 बजे बुजुर्ग का संबल कार्ड स्वीकृत कर दिया। करीब आधे घंटे बाद सरपंच शिवेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे। मृतक के परिजनों को 5,000 रुपए की अंत्येष्टि सहायता राशि दी। इसके बाद प्रदर्शन खत्म हुआ।
