टीकमगढ़ की बड़गांव तहसील में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। 25 साल से लापता किसान के नाम पर फर्जी आधार कार्ड बनाकर उसकी जमीन बेच दी गई।
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भेला अटरिया गांव के परमा अहिरवार 25 साल पहले बिना बताए घर से चले गए थे। उनकी शादी नहीं हुई थी। गांव में उनके नाम खसरा नंबर 16/1 में 2.023 हेक्टेयर जमीन है। इस जमीन पर उनका परिवार खेती करता आ रहा था।
हाल ही में पता चला कि कुछ लोगों ने परमा का फर्जी आधार कार्ड बनवाया। एक अज्ञात व्यक्ति को परमा बताकर रजिस्ट्रार दफ्तर में पेश किया। 16 जुलाई को यह जमीन उत्तर प्रदेश के मथुरा की उर्मिला राजपूत के नाम रजिस्ट्री कर दी गई।

परमा की बहू गेंदा अहिरवार ने इसकी शिकायत थाने और तहसीलदार से की है। गेंदा का आरोप है कि नंदकिशोर यादव, लल्लू आदिवासी, छोटू अहिरवार, धनीराम अहिरवार और अभिषेक यादव शिकायत वापस लेने का दबाव बना रहे हैं। उन्हें पैसों का लालच और जान से मारने की धमकी दी जा रही है।
तहसीलदार पलक जैन ने जमीन के नामांतरण पर रोक लगा दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।