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Ujjain Mahakal News: महाकाल मंदिर के गर्भगृह में आम श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक है. लेकिन, भकतों का आरोप है कि वीआईपी को अब भी प्रवेश दिया जा रहा है. इसको लेकर हाईकोर्ट में याचिका भी है. जानें जनता की राय…
4 जुलाई 2023 से प्रवेश है बंद
दरअसल, 4 जुलाई 2023 को सावन महीने में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए मंदिर समिति ने 11 सितंबर 2023 तक गर्भगृह बंद करने का फैसला लिया था. समिति ने वादा किया था कि सावन के बाद गर्भगृह दोबारा खोल दिया जाएगा. लेकिन अब दो साल से ज्यादा समय बीत चुका है. गर्भगृह अब भी आम भक्तों के लिए बंद है. मंदिर प्रबंधन का कहना है कि महाकाल लोक बनने के बाद दैनिक श्रद्धालुओं की संख्या 30 हजार से बढ़कर 1.5 से 2 लाख हो गई है, जिससे प्रवेश संभव नहीं है.
कोर्ट में अभिभाषक शास्त्री ने दावा किया कि दूर-दराज से आने वाले हजारों भक्त बाहर से ही दर्शन करने को मजबूर हैं, जबकि अपात्र प्रभावी लोग गर्भगृह में प्रवेश करते हैं. ऐसे मौकों पर सीसीटीवी कैमरे भी बंद कर दिए जाते हैं. RTI में गर्भगृह में प्रवेश करने वालों की सूची मांगी गई, तो समिति ने कहा कि ऐसी जानकारी रखी नहीं जाती.
वीआईपी को मिलते रहे दर्शन
इस बीच, कई मामलों में नियम तोड़े गए हैं. 12 मार्च 2023 को इंदौर विधायक गोलू शुक्ला के बेटे रुद्राक्ष ने गर्भगृह में पूजा की. 5 अप्रैल 2023 को कथाकार पंडित प्रदीप मिश्रा और कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने प्रवेश किया. 1 दिसंबर 2023 को दो एडिशनल एसपी ने सोल पहनकर प्रवेश किया. 8 जुलाई 2024 को भाजपा नेता महेंद्र सिंह और उनकी पत्नी ने पूजा की. 10 अगस्त 2024 को विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा ने जन्मदिन पर प्रवेश किया. 10 मार्च 2025 को अरबपति व्यवसायी बाबा साहेब नीलकंठ कल्याणी ने बिना अनुमति प्रवेश किया. 21 जुलाई 2025 को गोलू शुक्ला और उनके बेटे ने जबरन घुसकर कर्मचारी को धमकाया.
श्रद्धालुओं में बढ़ा गुस्सा
श्रद्धालुओं में नाराजगी साफ दिख रही है. इंदौर की रचना तिवारी ने कहा, “भगवान सबके लिए समान हैं. VIP और आम भक्त में फर्क क्यों? महाकाल सिर्फ VIP के हो गए लगते हैं. हम भी स्पर्श करना चाहते हैं.” वहीं, उत्तर प्रदेश के आर्यन गुप्ता ने बताया, “45 मिनट लाइन में लगने के बाद भी पास से दर्शन नहीं मिले. मेरे समाने कई लोग चांदी द्वार घुसकर पास से दर्शन कर रहे थे. अगर नियम हैं, तो सबके लिए समान हों.”