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Poha Petha Business from Home:आज के दौर में महिलाएँ घर बैठे भी अपना व्यापार खड़ा कर सकती हैं. पोहा, पेठा और पापड़ जैसे घरेलू उत्पाद न केवल परिवार की आय बढ़ाने का साधन बन रहे हैं बल्कि इनकी बढ़ती मांग से रोजगार …और पढ़ें
सरकार की योजना दे रही है मज़बूती
सोहावल विकासखंड की वरिष्ठ उन्नयन विकास अधिकारी सुधा पटेल ने लोकल 18 को बताया कि अगर कोई हितग्राही छोटा उद्योग शुरू करना चाहता है तो वह उद्यानिकी विभाग की पीएम-फॉर्मलाइजेशन ऑफ माइक्रो फूड प्रोसेसिंग एंटरप्राइजेज PMFME योजना का लाभ उठा सकता है. इस योजना के तहत व्यक्ति 50 हज़ार से लेकर करोड़ों रुपये तक का बिज़नेस शुरू कर सकता है. योजना में 35% सब्सिडी मिलती है और अधिकतम दस लाख रुपये तक का अनुदान उपलब्ध कराया जाता है.
गांव और कस्बों में रहने वाली महिलाएं इस योजना का सबसे बड़ा लाभ उठा सकती हैं. उनका कहना है कि विंध्य में कई महिलाएं पहले से ही अपने घरों में छोटा राइस मिल जैसे कई छोटे उद्योग चला रही हैं. वहीं पापड़, अचार, मिठाई या पेठा तैयार कर उन्हें ब्रांडिंग के साथ बेचकर अच्छा मुनाफा कमाया जा रहा है. महिलाएं चाहें तो घरों में ही पापड़ बनाकर पैकेजिंग और मार्केटिंग के जरिए अपनी पहचान बना सकती हैं.
कम लागत में बड़ा लाभ
विशेषज्ञों का कहना है कि पोहा, पेठा और पापड़ जैसी यूनिट्स को सिर्फ 50 हज़ार से 1 लाख रुपये की लागत में शुरू किया जा सकता है. शुरुआती निवेश कम होने और बाजार में लगातार बढ़ती मांग के कारण ये उत्पाद तेजी से बिकते हैं. कई महिलाएं इस तरह के व्यवसाय से अच्छी-खासी आय अर्जित कर रही हैं.