मक्के के खेत में पड़े थे आधार कार्ड: किसान बोले-यूरिया, डीएपी ना देना पड़े इसलिए फेंक दिया; एसडीएम ने दिए जांच के आदेश – Jabalpur News

मक्के के खेत में पड़े थे आधार कार्ड:  किसान बोले-यूरिया, डीएपी ना देना पड़े इसलिए फेंक दिया; एसडीएम ने दिए जांच के आदेश – Jabalpur News


डबल लाॅक सेंटर के पीछे पड़े थे ओरिजिनल आधार कार्ड।

जबलपुर में सैकड़ों आधार कार्ड मक्के के खेत में पड़े हुए मिले हैं। मामला पाटन तहसील के गुरु पिपरिया गांव के डबल लॉक सेंटर का है। जब किसानों ने अपने आधार कार्ड यहां पड़े देखे तो जमकर हंगामा किया।

.

दरअसल किसानों को आसानी से खाद और यूरिया मिल जाए, इसके लिए जिला कलेक्टर ने एक व्यवस्था बनाई थी कि टोकन के लिए आधार कार्ड को डबल लॉक सेंटर में जमा कर दिया जाए फिर खाद और यूरिया का मैसेज आए तो ले जाएं। 100 से अधिक किसानों को यूरिया दी जानी थी, जिसके लिए उनके आधार कार्ड जमा करवाए जा रहे थे। किसानों का कहना है कि गोदाम प्रभारी दबाव बनाकर ओरिजिनल कार्ड जमा करवा रहे थे। पाटन में रहने वाले किसान आशीष सिंह ठाकुर ने बताया कि सैकड़ों किसानों के आधार कार्ड जमा करवाने के बाद उसे फेंक देना ये गोदाम प्रभारी और अन्य कर्मचारियों की चाल, जिससे कि किसानों को खाद और यूरिया ना देना पड़े, और उसे ब्लेक किया जा सके।

खेत से आधार कार्ड उठाकर दिखाता हुआ किसान।

आधार कार्ड मिलने की जानकारी लगते ही बड़ी संख्या में किसान पहुंचे डबल सेंटर।

आधार कार्ड मिलने की जानकारी लगते ही बड़ी संख्या में किसान पहुंचे डबल सेंटर।

शासन के निर्देश पर एक आधार कार्ड से 10 बोरी यूरिया और 5 बोरी डीएपी खाद देनी है। जबलपुर की पाटन तहसील स्थित गुरु पिपरिया गांव में डबल लॉक सेंटर बनाया गया है, जहां से पाटन सहित आसपास के सैकड़ों किसानों को खाद और यूरिया वितरित की जाती है। किसान मान सिहं ने बताया कि सेंटर के पीछे मक्के के खेत में जो आधार कार्ड पड़े हुए थे, उसमें उसका भी ओरिजिनल आधार कार्ड था, जिसे कि दो दिन पहले वह गोदाम में जमा कर गया था। मान सिंह ने बताया कि टोकन के लिए आधार कार्ड की फोटो कॉपी अनिवार्य होती है, पर यहां पर ओरिजिनल आधार कार्ड जमा करवाया जा रहा था।

डबल लॉक सेंटर के बाहर सैकड़ों आधार कार्ड मिलने के बाद गोदाम प्रभारी का जो बयान था, वह बहुत ही शर्मनाक था। गोदाम प्रभारी रामदास चौकसे से जब पूछा गया कि सेंटर के बाहर ओरिजिनल आधार कार्ड पड़े है, इस पर उनका कहना था कि इसके लिए मैं क्या करू। रामदास चौकसे ने कहा कि मैं यहां पर बैठता हूं, बाहर कहां पर ओरिजिनल आधार कार्ड पड़े है, किसने फेंके है, मुझे नहीं पता। इस विषय में बात करना है, तो डीएमओ से पूछो, वही बताएंगे।

गोदाम प्रभारी बोले-मैं कुछ नहीं बोलूंगा। डीएमओ से बात करो।

गोदाम प्रभारी बोले-मैं कुछ नहीं बोलूंगा। डीएमओ से बात करो।

पाटन एसडीएम मानवेंद्र सिंह का कहना है

QuoteImage

जानकारी में आया है कि गुरु पिपरिया के डबल लॉक सेंटर के पीछे बड़ी संख्या में आधार कार्ड मिले हैं। मौके पर कार्यपालिक मजिस्ट्रेट को भेजा गया है। जो आधार कार्ड मिले हैं, उसमें कुछ कलर डुप्लीकेट हैं। आधार कार्ड को किसने फेंका और किन किसानों के थे, इस संबंध में जांच हो रही है। जल्द ही असलियत सामने आ जाएगी। गोदाम प्रभारी से भी पूछताछ की जा रही है।

QuoteImage



Source link