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Khandwa News: खंडवा में बारिश के कारण बच्चों में वायरल संक्रमण तेजी से फैल रहा है. डॉक्टर ने बचाव के लिए स्वच्छता और मच्छरों से बचाव पर जोर दिया है. अस्पतालों में भीड़ बढ़ी है.
डॉ. अनिल पटेल का कहना है कि वायरल बुखार से पीड़ित बच्चों में कुछ सामान्य लक्षण दिखाई देते हैं, जैसे अचानक तेज बुखार, ठंड लगना, खांसी-जुकाम, गले में खराश, सांस लेने में तकलीफ, शरीर में दर्द और थकान. कई बार बच्चों को उल्टी-दस्त की समस्या भी हो जाती है. यह संक्रमण सामान्यतः पाँच से सात दिन तक रहता है, लेकिन इस दौरान बच्चे बहुत कमजोर हो जाते हैं.
अचानक तेज बुखार आना
ठंड लगना और कंपकंपी
गले में खराश और खांसी
सांस लेने में तकलीफ
सिरदर्द और शरीर में दर्द
भूख न लगना, उल्टी-दस्त होना
क्यों बढ़ रहा है संक्रमण?
डॉ. अनिल पटेल के अनुसार, बरसात के दिनों में पानी जमा होने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है. इसके अलावा गंदगी और नमी वाले वातावरण में वायरस तेजी से पनपते हैं. जब बच्चे स्कूल या खेलने के दौरान संक्रमित बच्चों के संपर्क में आते हैं तो यह वायरस आसानी से फैल जाता है.
बचाव के उपाय
स्वच्छता पर ध्यान दें: बच्चों को हाथ धोने की आदत डालें। साबुन से कम से कम बीस सेकंड तक हाथ धोना चाहिए.
साफ पानी पिलाएं: बच्चों को उबालकर ठंडा किया हुआ पानी दें. खुले में रखे पानी से बचें.
संतुलित आहार दें: बच्चों को पौष्टिक भोजन, ताजे फल और हरी सब्जियां खिलाएं, ताकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रहे.
मच्छरों से बचाव: मच्छरदानी का प्रयोग करें और आसपास पानी जमा न होने दें.
भीड़-भाड़ से बचाएं: जब तक बच्चा पूरी तरह ठीक न हो जाए, उसे स्कूल या भीड़-भाड़ वाली जगहों पर न भेजें.
आराम करवाएं: बच्चे को पर्याप्त नींद और आराम देना जरूरी है.