गर्भवती महिलाओं पर पड़ेगा असर।
राजा बख्तावर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अमझेरा की हेल्थ यूनिट को सिविल अस्पताल सरदारपुर में स्थानांतरित किया जा रहा है। इस फैसले से क्षेत्र के लोगों में नाराजगी है।
.
स्वास्थ्य केंद्र में प्रतिवर्ष लगभग 7 हजार मरीजों की 80 प्रकार की जांच की जाती है। साथ ही 100 से अधिक गर्भवती महिलाओं की नियमित जांच भी यहां होती है। स्थानांतरण के बाद चार तहसील के 100 से अधिक गांवों के मरीजों को प्रभावित होना पड़ेगा। पहले जहां जांच रिपोर्ट दो घंटे में मिल जाती थी, अब उसी रिपोर्ट के लिए दो दिन तक इंतजार करना पड़ेगा।
इस स्थानांतरण का सबसे ज्यादा असर गर्भवती महिलाओं पर पड़ेगा। जांच रिपोर्ट के बिना डॉक्टर उनका उचित इलाज नहीं कर पाएंगे। इससे उनकी स्वास्थ्य देखभाल प्रभावित होगी।
‘कलेक्टर से मिलकर इस फैसले को वापस लेने की मांग करेंगे’ अमझेरा अस्पताल से हेल्थ यूनिट को हटाने का विरोध करते हुए जनपद पंचायत प्रतिनिधि शुभम दीक्षित ने कहा कि इससे मरीजों को बुनियादी सुविधा से वंचित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वे जल्द ही कलेक्टर से मिलकर इस फैसले को वापस लेने की मांग करेंगे। गंधवानी, बदनावर, धार और सरदारपुर के 100 से अधिक गांवों के मरीज जांच के लिए अमझेरा अस्पताल आते हैं, खासकर जंगल में रहने वाले लोगों को इससे बहुत परेशानी होगी।
अमझेरा अस्पताल के मेडिकल प्रभारी डॉ. सुशांत बहादुर ने बताया कि उन्हें विभागीय पत्र मिला है, जिसमें हेल्थ यूनिट को सरदारपुर स्थानांतरित करने की बात कही गई है। अब जांच रिपोर्ट सरदारपुर से आएगी, जबकि पहले यह दो घंटे में मिल जाती थी।
‘अमझेरा से हेल्थ यूनिट को जाने नहीं देंगे’ भाजपा मंडल अध्यक्ष विजय दीक्षित ने कहा कि वे अमझेरा से हेल्थ यूनिट को जाने नहीं देंगे। सरदारपुर सिविल अस्पताल को 50 बेड में अपग्रेड किया गया है, इसलिए वहां बड़े स्तर पर नई सुविधाएं मिलनी चाहिए। वे जल्द ही जिले के अधिकारियों से मिलकर इस बारे में बात करेंगे।