दरअसल सुप्रीम कोर्ट को इस बात पर संदेह था कि असल में कोई व्यक्ति राइफल से सीने में गोली मार कर आत्महत्या कर सकता है या नहीं. इसलिए कोर्ट ने इस मामले की पूरी जांच कराने और सभी पहलुओं, खासकर हत्या की आशंका की जांच के लिए मध्य प्रदेश सरकार से हलफनामा मांगा है.
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में जांच एजेंसी से मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट, राइफल की जब्ती, उसकी लंबाई तथा जांच के दौरान मिले अन्य सबूत भी मांगे हैं. सुप्रीम कोर्ट इस मामले की गहराई से जांच चाहता है क्योंकि आम समझ से राइफल से खुद को सीने में गोली मारना आसान या संभव नहीं लगता.
क्या ये संभव है
चैट जीपीटी एआई का फोरेंसिक साइंस के हवाले से कहना है कि राइफल से खुद सीने पर गोली मारकर आत्महत्या करना करीब असंभव है. अलबत्ता पिस्तौल या रिवॉल्वर से ये संभव है.
ऐसे मामले दुर्लभ हैं नहीं के बराबर
फॉरेंसिक केसों में अनुभव का कहता है कि राइफल से आत्महत्या के मामले बहुत दुर्लभ हैं. जब होते हैं तो अधिकतर लोग मुंह में या ठोड़ी के नीचे राइफल की नाल रखकर गोली चलाते हैं, क्योंकि तब ट्रिगर पैर से दबाना संभव होता है. सीने पर राइफल लगाकर आत्महत्या करने के डॉक्युमेंटेड केस करीब नहीं के बराबर हैं, क्योंकि ये मैकेनिकली नहीं हो सकता.
सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के हाई कोर्ट के आदेश में दखल देने से इंकार कर दिया है.
कोर्ट में संदेह क्यों उठता है?
– क्या ट्रिगर दबाने का कोई संभव तरीका था?
– हथियार की पोज़िशन और घाव का कोण सही बैठता है या नहीं.
अगर यह मेल नहीं खाता तो अदालतें मानती हैं कि मामला आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या का हो सकता है. इसीलिए ऐसे मामलों में अदालतें संदेह करती हैं और फॉरेंसिक सबूतों की गहराई से जांच करती हैं.
ऐसे मामलों में फॉरेंसिक एक्सपर्ट क्या करते हैं
राइफल से व्यक्ति द्वारा खुद सीने में गोली मारकर आत्महत्या करना तकनीकी रूप से और फॉरेंसिक दृष्टि से बहुत संदिग्ध और असंभव माना जाता है. ऐसे मामलों में जांचकर्ताओं और अदालतों द्वारा कई बातों का गहराई से विश्लेषण किया जाता है, जैसे – जैसे राइफल की लंबाई, ट्रिगर की पहुंच, गोली का प्रवेश मार्ग, गनशॉट रेजिड्यू, अंगों में घाव के कोण.
राइफल से आत्महत्या के केस कम
राइफल से आत्महत्या के केस कम हैं, लेकिन होते हैं. पिस्तौल या रिवॉल्वर यानि छोटी बंदूक से आत्महत्या के मामलों में अक्सर निशाना बनाए जाने वाले अंग सिर, कनपटी, मुंह के अंदर और ठोड़ी के नीचे होते हैं. अमेरिका की फोरेंसिक रिपोर्ट्स में 70 फीसदी से ज्यादा गन-सुसाइड्स सिर पर होते हैं.