सिंगरौली जिले में जीएसटी चोरी की सूचना पर आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) और जीएसटी विभाग की संयुक्त टीम ने कार्रवाई की है। इस छापेमारी में करीब 20 करोड़ की टैक्स चोरी की बात सामने आ रही है। यह कार्रवाई सिंगरौली के अलावा मध्य प्रदेश के कई अन्य जिलों में
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यह है पूरा मामला
EOW और जीएसटी विभाग को जानकारी मिली थी कि सिंगरौली-बैढ़न का कर सलाहकार अनिल कुमार शाह कई फर्जी फर्मों के माध्यम से बोगस इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) लेकर स्थानीय कंपनियों को उपलब्ध करा रहा था। इसके बदले में वह भारी कमीशन वसूल रहा था। ऐसा माना जा रहा है कि बिना किसी सामान या सेवा के इन फर्जी फर्मों ने सरकार को लगभग 20 करोड़ रुपए के राजस्व का नुकसान पहुंचाया है।
छापेमारी के बाद बैढ़न में कई कर सलाहकारों के दफ्तरों में ताले लगे मिले। सूत्रों के अनुसार, जब्त किए गए दस्तावेजों और डिजिटल डेटा की जांच की जा रही है और टैक्स चोरी की यह राशि बढ़ भी सकती है।
जांच में मिले फर्जी दस्तावेज
छापेमारी के दौरान जांच टीम ने कई संदिग्ध लेन-देन और फर्जी बिलिंग से जुड़े दस्तावेज बरामद किए हैं। EOW और जीएसटी की संयुक्त टीम लगातार विभिन्न फर्मों और संबंधित लोगों से पूछताछ कर रही है।
यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक (EOW रीवा) डॉ. अरविंद सिंह ठाकुर और असिस्टेंट कमिश्नर (जीएसटी) दीप खरे के नेतृत्व में चल रही है। इसमें पुलिस और साइबर सेल के अधिकारी भी शामिल हैं। यह छापेमारी दूसरे दिन भी देर शाम तक जारी रही।