Ujjain News: महाकाल मंदिर खुशबू से हुआ गुलजार, विराजे लौंग इलायची वाले गणपति, जानें खासियत!

Ujjain News: महाकाल मंदिर खुशबू से हुआ गुलजार, विराजे लौंग इलायची वाले गणपति, जानें खासियत!


Last Updated:

Mahakal Mandir Ganpati Speciality: उज्जैन के महाकाल इंटरनेशनल चौराहा पर प्रतिमा को 1 लाख 25 हज़ार लोंग,इलाइची से सजाया गया. महाकाल वन के युवराज को देखने सुबह से ही लोगों की भीड़ लग रही है.

शुभम मरमट / उज्जैन. बाबा महाकाल की नगरी में हर जगह गणेश उत्सव की धूम देखने को मिल रही है, दस दिवसीय उत्सव में शहर में हर्ष उल्लास देखने को मिल रहा है. महाकाल मंदिर चौराहे पर हर साल विराजित होने वाले गणेश पंडाल मे भगवान की प्रतिमा अलग-अलग रूप में नजर आ रही है, जिसे देखने लोग दूर- दूर से आ रहे हैं.

भगवान की प्रतिमा को देखने का अलग अलग नज़रिया होता है. भगवान गणेश उज्जैन के पंडाल में अलग-अलग स्वरूप में नजर आते हैं. इस बार महाकाल इंटरनेशनल चौराहा पर प्रतिमा को 1 लाख 25 हज़ार लौंग, इलायची से सजाया गया. महाकाल वन के युवराज को देखने सुबह से ही लोगों की भीड़ लग रही है.

महाकाल के आंगन में बिखर रहे खुशबू 
श्रद्धालु लखन ने बताया कि भगवान महाकाल के दर्शन करने आया था. पहली बार ऐसी प्रतिमा देखने को मिली. जिससे महाकाल मंदिर का आंगन लौंग और इलाइची की खुशबु से महक उठा है. यह नज़ारा देख कर बहुत अच्छा लगा. आज महाकाल के साथ महाकाल के युवराज के भी अद्धभुत दर्शन हुए.

पिछले वर्ष वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स मे दर्ज हुआ था नाम
महाकाल वन के युवराज का फोटो और वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में है. दूर-दूर से भक्त इस प्रतिमा को देखने आ रहे हैं. पिछले साल सुपारी वाली प्रतिमा को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, लंदन ने भी दर्ज कर सर्टिफिकेट प्रदान किया गया था.

60 साल से कर रहे हैं मूर्ति स्थापित
ऋषभ बाबू यादव ने बताया कि हर साल गणपति उत्सव बड़े धूमधाम से बनाया जाता है. उन्हें यह आयोजन करते-करते लगभग 12 साल से ज्यादा हो गए हैं. 12 साल से बड़ी प्रतिमाओं को पंडाल में बैठाया जा रहा है. इसके पहले छोटी प्रतिमा हर साल विराजित होती थी, जो कि बुर्जुगों द्वारा संचालित होती थी, जिसे 55-60 साल से बैठाया जा रहा था, युवा पीढ़ी ने बड़ी प्रतिमाओं को विराजित करना शुरू किया है.

बप्पा को लगता रोज अलग-अलग भोग 
महाकाल वन के युवराज को रोज कई तरह का भोग लगाया जाता है. जिसमें 01 सितंबर को मोदक का महाभोग लगाया गया था. 02 सितंबर को फलों का मनोरथ भोग लगाया गया था. 03 सितंबर को फलाहारी का महाभोग शाम को आरती के बाद लगाया जाएगा.04 सितंबर को महाआरती एवं अन्नकूट का होगा. साथ ही 05 सितंबर को भोजन प्रसादी वितरण की जाएगी.

shweta singh

Shweta Singh, currently working with News18MPCG (Digital), has been crafting impactful stories in digital journalism for more than two years. From hyperlocal issues to politics, crime, astrology, and lifestyle,…और पढ़ें

Shweta Singh, currently working with News18MPCG (Digital), has been crafting impactful stories in digital journalism for more than two years. From hyperlocal issues to politics, crime, astrology, and lifestyle,… और पढ़ें

न्यूज़18 हिंदी को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
homemadhya-pradesh

महाकाल मंदिर खुशबू से हुआ गुलजार, विराजे लौंग इलायची वाले गणपति, जानें खासियत!



Source link