सीहोर में किसान की तीन हेक्टेयर फसल खराब होने पर उसे बीमा नहीं मिला। इससे नाराज होकर उसने अपने खेत में लोट लगाई।
सीहोर में बीमा राशि न मिलने पर एक किसान ने अपने खेत में लोट लगाई। इसका वीडियो सामने आया है। फसल के लिए कर्ज लेने की बात बताते हुए उसने फसल बर्बादी के बाद बीमा न मिलने की बात बताई है। मामला ग्राम भैसाव नागिन का है।
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किसान प्रेम नारायण की सोयाबीन की फसल पूरी तरह नष्ट हो गई है। तीन हेक्टेयर में लगी फसल अत्यधिक वर्षा, जलभराव, कीटनाशक का प्रभाव और पीला मोजेक बीमारी के कारण बर्बाद हो गई।
किसान पर नर्मदा झाबुआ ग्रामीण बैंक का दो लाख रुपए का कर्ज है। सोयाबीन के बीज की खरीद के लिए भी उन्होंने कर्ज लिया था। न तो फसल बीमा की राशि मिली और न ही किसी अधिकारी ने फसल का सर्वे किया।
पिछले पांच वर्षों से लगातार फसल खराब होने से किसान निराश हो चुका है। बच्चों के भरण-पोषण की चिंता से वह परेशान हैं। खेत में अपनी बर्बाद फसल देखकर किसान का रो पड़ना और उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
समाजसेवी एमएस मेवाड़ा ने सरकार और बीमा कंपनियों से किसानों की तत्काल सहायता की मांग की है। सीहोर जिले और आसपास के क्षेत्रों में कई किसान इसी तरह की समस्याओं का सामना कर रहे हैं।