40 परिवारों में आई खुशियां, मासूमों का संवारेगा भविष्य, मिलेगा प्यार

40 परिवारों में आई खुशियां, मासूमों का संवारेगा भविष्य, मिलेगा प्यार


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MP News: मध्य प्रदेश के कटनी से एक अच्छी खबर आई है. कई बार मासूमों को अकेला छोड़ दिया जाता है. अब ऐसे बच्चों को गोद लेकर कपल उन्हें खुशियां दे रहे हैं.

40 परिवारों में आई खुशियां, मासूमों का संवारेगा भविष्य, मिलेगा प्यारबच्चों को मिलेगा माता-पिता का प्यार.
नारायण गुप्ता

कटनी. कहते हैं ईश्वर जब किसी से कुछ छीनता है, तो उसकी भरपाई भी करता है. मध्य प्रदेश के कटनी में ऐसे कई मासूम थे, जिन्हें उनके माता-पिता ने लावारिश छोड़ दिया था. लेकिन अब वही मासूम किसी की गोद में खिलखिला रहे हैं. यह सब संभव कर दिखाया है महिला बाल विकास विभाग और CARA पोर्टल, जिसकी मदद से अब तक 40 से ज्यादा बेसहारा बच्चों के जीवन में खुशियां भर आई है. एक जानकारी के मुताबिक महज एमपी के कटनी में साल 2013 से अब तक 40 बच्चों को दत्तक ग्रहण की प्रक्रिया के जरिए नया परिवार मिल चुका है. 6 बच्चों को लीगल फ्री किया गया है तो 4 की प्रकिया चल रही है. इसके बाद उन्हें भी गोद दिलाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.

दत्तक ग्रहण की यह पहल न सिर्फ बच्चों की जिंदगी बदल रही है बल्कि उन परिवारों को भी पूरा बना रही है जिनके आंगन में संतान की कमी थी. जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी वनश्री कुर्वेती के अनुसार जिन्हें अपनों ने बोझ समझकर फेंका या छोड़ दिया था, उन्हें बालगृह में रखा गया है. उन्हीं में से 40 बच्चों को कटनी जिले से गोद लिया गया है.

विदेश से भी बच्चों को गोद लेने आए कपल
इन बच्चों की किलकारियां देश ही नहीं बल्कि विदेशों तक गूंज रही है. अमेरिका के एरीजोना और नॉर्थ कैरोलीना, माल्टा, स्पेन जैसे देशों के दंपत्तियों ने यहां के बच्चों को अपना लिया है. इसके साथ ही भारत के दिल्ली, मुंबई, बैंगलुरू, गुजरात, छत्तीसगढ़, नोएडा और चेन्नई जैसे महानगरों के परिवारों ने भी इन मासूमों को नया जीवन दिया है.

2 साल तक के बच्चों को 60 दिन और बड़े बच्चों को 4 महीने में लीगल फ्री कराया जाता है. इसके बाद CARA पोर्टल में पंजीयन कर गोद लेने वाले दंपत्तियों को ऑनलाइन बच्चे दिखाए जाते हैं. स्वीकृति के बाद कलेक्टर और एडीएम कोर्ट की अनुमति से दंपत्ति कानूनी रूप से बच्चे के माता-पिता बन जाते हैं.

Preeti George

Preeti George is lead content writer at hindi.news18.com having experience of more than 5 years in digital media. After completing her masters from Kushabhau Thakre Journalism university, she worked in various …और पढ़ें

Preeti George is lead content writer at hindi.news18.com having experience of more than 5 years in digital media. After completing her masters from Kushabhau Thakre Journalism university, she worked in various … और पढ़ें

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