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Ganesh Pandal in Jabalpur: मध्य प्रदेश के जबलपुर के गणेश पंडालों में अनोखी गणेश प्रतिमाएं रखी हुई हैं, जिनके दर्शन के लिए भक्तों का जनसैलाब उमड़ रहा है. कहीं चांदी के गणेश तो कहीं पलक झपकाने वाले बप्पा, कई थीम पर गणेश पंडालों को सजाया गया है.
घमापुर में रखे प्रथम पूज्य गणेश पलक झपकाते हैं. जब भगवान गणेश पलक झपकाते हैं, तब मानो ऐसा लगता है कि जैसे गणपति महाराज स्वयं सजीव रूप से सामने बैठे हों. यह नजारा लोगों को हैरान कर देता है. दरअसल गणेश भगवान की आर्टिफिशियल आंखें तैयार की गई हैं, जिन्हें नागपुर के कारीगरों ने बनाया है.

शहर के कोतवाली में गणेश भगवान करतब करते हुए नजर आ रहे हैं. दोनों तरफ रस्सी को बांस से बांधा गया है, जिसपर श्रीगणेश चलते हुए नजर आ रहे हैं. गणेश भगवान की यह प्रतिमा आकर्षण का केंद्र बनी हुई है.

छोटा फुहारा स्थित मिलोनीगंज के पास माता पार्वती की रसोई बनाई गई है, जहां भगवान गणेश, कार्तिकेय, भोलेनाथ और माता पार्वती मौजूद हैं. माता पार्वती खाना बना रही हैं, भोलेनाथ खाना खा रहे हैं, तो वहीं गजानन और उनके भाई कार्तिकेय खेलते हुए नजर आ रहे हैं.

जबलपुर के गौतम की मढ़िया में गणेश भगवान और माता रिद्धि-सिद्धि विराजमान हैं. गणेश भगवान बाल स्वरूप में नजर आ रहे हैं. यहां गणेश भगवान ‘जबलपुर के राजकुमार’ के नाम से जाने जाते हैं.

सदर क्षेत्र में जंगल बुक थीम बनाई गई है, जहां हाथी के ऊपर भगवान श्रीगणेश सवार हैं. इतना ही नहीं, हरियाली भरे बैकग्राउंड में जंगली जानवर से लेकर मोगली दिखाई दे रहा है.

जबलपुर के आदि शंकर अस्पताल के नजदीक एमपी के सबसे बड़े फ्लाईओवर की झांकी बनाई गई है, जिसमें भगवान श्रीगणेश विराजमान हैं और बाइक चला रहे हैं. गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही फ्लाईओवर का उद्घाटन किया गया है, जिसका विहंगम दृश्य सभी का मन मोह रहा है.

चांदी की इस गणेश प्रतिमा का वजन 41 किलो है. 15 साल पहले इस मूर्ति का वजन करीब पांच किलो होता था. धीरे-धीरे मूर्ति का आकार बढ़ता गया और अब यह मूर्ति 40 किलो की हो चुकी है. खास बात यह है कि इस मूर्ति को महाराष्ट्र के कलाकार बनाते हैं.

घंटाघर के नजदीक बने पंडाल में गणेश भगवान डीजीपी बने हुए हैं और खाकी वर्दी पहने हुए हैं. यह पंडाल आदर्श थाना थीम के तौर पर तैयार किया गया है. जहां डीजीपी बने गणेश भगवान को कानून का रक्षक बताया गया है. इतना ही नहीं, पंडाल में वर्दी पहने गणेश भगवान की नेम प्लेट में गणेश नाम लिखा हुआ है और हाथ में डंडा है.