दस दिवसीय गणेश उत्सव आज, शनिवार (6 सितंबर) अनंत चतुर्दशी पर पूरा हो रहा है। झांकियों के चल समारोह से पूरा शहर दमक उठेगा। इसे देखने के लिए इंदौर रातभर जागेगा।
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इसके लिए पुलिस-प्रशासन ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली है। समारोह में करीब 3500 पुलिस अधिकारियों-पुलिसकर्मियों की तैनाती रहेगी। वहीं ट्रैफिक पुलिस ने भी ट्रैफिक डायवर्शन का प्लान तैयार कर लिया है।
चेन, मोबाइल, पर्स की चोरी की घटनाओं को रोकने के लिए सिविल ड्रेस में भी पुलिस जवान अलग-अलग जगह तैनात रहेंगे। इसके साथ ही चल समारोह में हुड़दंग करने वालों पर भी पुलिस की पैनी नजर रहेगी।
इंदौर में आज शाम झिलमिलाती झांकियों का कारवां इस तरह से निकलेगा।
बता दे कि 6 सितंबर यानी शनिवार को इंदौर में शाम को अनंत चतुर्दशी का चल समारोह निकलेगा। इसमें लाखों की संख्या में लोग शामिल होंगे। दूर-दूर से लोग मिलों की झांकियां और अखाड़े देखने यहां आते है। चल समारोह को देखते हुए पिछले दिनों जिला प्रशासन, निगम प्रशासन और पुलिस प्रशासन झांकी मार्ग का निरीक्षण कर चुके है।
इसके साथ ही जो-जो व्यवस्थाएं यहां की जाती है वह भी की जा चुकी है, ताकि झांकियां निकलने में कोई परेशानी ना हो। चल समारोह में विभिन्न मिलों की झांकियों के अलावा कई अन्य झांकियां भी शामिल होती है। साथ ही कई अखाड़े भी इसमें शामिल होंगे।

अनंत चतुर्दशी के दिन रात 9 बजे तक पूरे चल समारोह मार्ग में इस तरह की भीड़ होती है।
3500 पुलिसकर्मी संभालेंगे मोर्चा
एडिशनल डीसीपी क्राइम ब्रांच राजेश दंडोतिया ने बताया कि चल समारोह को लेकर पुलिस अधिकारियों की बैठक हो चुकी है। समारोह में करीब 3500 अधिकारी-पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। इसमें वरिष्ठ अधिकारियों से लेकर पुलिस जवान रहेंगे।
3500 के बल में 350 महिला पुलिस बल, 700 जवानों का बल, ट्रैफिक पुलिस का बल, क्यूआरएफ और आरपीएफ की कंपनियां रहेगी। व्यवस्थाओं को देखते हुए चल समारोह को 11 जोन और 22 सेक्टर में बांटा गया है। जिसमें सभी को जिम्मेदारी दी जा चुकी है। इसके अलावा क्राइम ब्रांच की टीम के साथ ही कई पुलिसकर्मी सिविल ड्रेस में चेन चोरी, पर्स चोरी, हुड़दंग सहित अन्य घटनाओं को रोकने चल समारोह में शामिल होंगे।
22 ड्रोन कैमरे व सीसीटीवी से होगी निगरानी
उन्होंने बताया कि चल समारोह के दौरान पुलिस के 22 ड्रोन कैमरों के साथ ही पुलिस, स्मार्ट सिटी, नगर निगम और अलग-अलग जगह लगे सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जाएगी। इसके साथ ही 10 जगह पर पुलिस के वॉच टावर रहेंगे। जहां पुलिस जवान तैनात रहेंगे और पूरे चल समारोह में नजर रखेंगे। साथ ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी अलग-अलग जगह तैनात रहेंगे और नजर रखेंगे।

101 साल का मना था जश्न
झांकियों के चल समारोह की शुरुआत करीब 102 साल पहले मिल मजदूर मोरू भैया पुराणिक और मैनेजर श्रीपंत वैद्य ने की थी, तब शायद ही उन्होंने कल्पना की हो कि ये इंदौर की पहचान बन जाएगा।
लेखक स्व. गणेश मतकर ने अपनी किताब ‘इंदौर दर्शन’ में यहां की मिलों का सफर बताया है। उनके एक लेख के अनुसार, ‘इंदौर में पहली स्टेट कॉटन मिल की स्थापना 1866 में हुई। 1913 से 1915 के बीच हुकुमचंद मिल अस्तित्व में आई। इसके बाद राजकुमार, होप टेक्सटाइल्स (भंडारी) और अन्य मिलें भी स्थापित हुईं। इनसे हजारों मजदूरों को काम मिला। मजदूर जब साइकिल लेकर सड़कों से एक साथ निकलते थे तो बाजार गुलजार हो जाते थे।

इंदौर में 1910 के बाद कपड़ा मिल का युग आया। अनंत चतुर्दशी पर झांकियों के जुलूस का श्रेय मिल मजदूरों को ही जाता है। ये तस्वीर भंडारी मिल से मजदूरों के साइकिल लेकर निकलने की है।
1915 से 1924 के बीच तोपखाना, जेल रोड, लोधी मोहल्ला, काछी मोहल्ला, जगन्नाथ विद्यालय और सिख मोहल्ला में ही गणेश प्रतिमाएं बैठाई जाती थीं। जुलूस या झांकी नहीं निकला करती थी। लावणी पोवाड़े, नाटक और व्याख्यान हुआ करते थे।
1924-25 में पहली बार हुकुमचंद मिल में मोरेश्वर पुराणिक उर्फ मोरू भैया ने गणेशोत्सव की शुरुआत की। मजदूरों से चंदा जुटाया और 10 दिन तक रोजाना 20 से 25 मजदूर आकर सिर्फ आरती-पूजा करते। 1925-26 में मिल के मैनेजर श्री पंत वैद्य ने इस उत्सव में भजन-कीर्तन को भी जोड़ दिया। यहीं से अनंत चतुर्दशी पर झांकी जुलूस की शुरुआत हो गई। प्रतिमा को एक बग्घी पर निकालने का फैसला किया गया, जिसे बैलगाड़ी की तरह निकाला।
चल समारोह के दौरान रहेगा ट्रैफिक डायवर्सन
– मरीमाता से रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड की ओर जाने वाले वाहन भागीरथपुरा टी से एम.आर.- 4 होकर राजकुमार ब्रिज के नीचे से वल्लभ नगर टी से जी.एस.आई. टी. एस होकर जा सकेंगे।
– जवाहर मार्ग से नंदलाल पुरा होकर यशवंत रोड चौराहा जाने वाले वाहन सैफी चौराहे से हाथीपाला होकर जा सकेंगे।
– मधुमिलन से नंदलालपुरा यशवंत रोड चौराहा राजमोहल्ला की ओर जाने के लिए फॉरेस्ट टी से अग्रसेन सपना संगीता रोड से आ जा सकेंगे।
– रीगल चौराहा, लैंटर्न चौराहा से मरीमाता जाने के लिए वल्लभ नगर टी से राजकुमार ब्रिज के नीचे से होते हुए एम.आर.4 रास्ते से भागीरथ पुरा टी होते हुए मरीमाता की ओर जा सकेंगे।
– रीगल चौराहा से शास्त्री ब्रिज होकर मृगनयनी राजबाड़ा, यशवंत रोड चौराहा की तरफ जाने के लिए जीपीओ, फॉरेस्ट टी से अग्रसेन सपना संगीता रोड से जा सकेंगे।
– नंदलालपुरा, यशवंत रोड, रामलक्ष्मण बाजार, नृसिंह बाजार, जी सच्चिदानंद, गौराकुंड, शक्कर बाजार, सुभाष चौक, राजवाड़ा, कृष्णपुरा पुल तक सभी तरह के वाहनों की पार्किंग प्रतिबंधित रहेगी।
– ऐसे वाहन जो जवाहर मार्ग से आवाजाही करना चाहते हैं, वो जवाहर मार्ग का उपयोग न करते हुए राजमोहल्ला चौराहा से या मालगंज चौराहा से बियाबानी, दरगाह चौराहा या महू नाका, मच्छी बाजार, पंढरीनाथ, चंद्रभागा पुल से होकर बड़ा रावला होकर आगे जा सकेंगे।
– ऐसे वाहन जो मल्हारगंज थाने से एमजी रोड होकर राजबाड़े से मृगनयनी जाना चाहते है, वह मल्हारगंज थाने से ए.सी.पी कार्यालय मल्हारगंज, बड़वाली चौकी होते हुए सुभाष मार्ग से नगर निगम होकर आगे जा सकेंगे।
इन रास्तों पर नहीं जा सकेंगे
– भागीरथ पुरा टी से भंडारी ब्रिज तिराहा की ओर जाने वाले रास्ते पर आम वाहन नहीं जा सकेंगे।
– रीगल चौराहा से शास्त्री ब्रिज, मृगनयनी की ओर जाने वाले रास्ते पर वाहन नहीं जा सकेंगे।
– सैफी चौराहा से संजय सेतु, नंदलालपुरा की ओर जाने वाले रास्ते पर आम वाहन नहीं जा सकेंगे।
– नगर निगम चौराहा से मृगनयनी चौराहा एवं चिकमंगलूर चौराहा की ओर जाने वाले रास्ते पर वाहन नहीं जा सकेंगे।
– राजकुमार ब्रिज से डी.आर.पी चौराहा की ओर जाने वाले रास्ते पर आम वाहन नहीं जा सकेंगे।
– रामबाग से, महेश जोशी टी से सुभाष पानी की टंकी से ए.सी.पी कार्यालय मल्हारगंज बड़वाली चौकी, इतवारिया बाजार, सब्जी मण्डी से दरगाह चौराहा से मच्छी बाजार, पंढरीनाथ थाना टी, गौतम पुरा टी, कबूतर खाना चौकी से किसी भी प्रकार के वाहन चल समारोह रास्ते की ओर नहीं जा सकेंगे।
– चल समारोह शुरू होने से लेकर खत्म होने तक वाहनों के आवाजाही की अनुमति नहीं रहेगी।
ऐसी रहेगी पुलिस की निगरानी
- चल समारोह में 3500 पुलिस जवान-अधिकारी, बीएसएफ की 2 टुकड़ियां और 1 हजार से ज्यादा नगर सुरक्षा समिति के कार्यकर्ता तैनात रहेंगे।
- 30 से ज्यादा इमारतों की दूसरी मंजिल व छतों से दूरबीन धारी सशस्त्र बल के जवान तैनात रहेंगे।
- असामाजिक तत्वों पर निगरानी के लिए 2 पुलिस कंट्रोल रूम बनाए गए हैं।
- पहला कंट्रोल रूम कृष्णपुरा छत्री पर वीर सावरकर मार्केट के गेट पर पार्किंग वाले स्थान पर होगा। वहीं दूसरा बंबई बाजार इलाके में।
- यहीं पर बीएसएफ की एक विशेष सशस्त्र बल की टुकड़ी तैनात होगी और दूसरी टुकड़ी राजबाड़ा पर।
- भीड़ में महिलाओं-युवतियों से छेड़छाड़ व नशा कर आने वाले बदमाशों पर इनसे निगरानी रखेंगे।
- झांकी मार्ग के अतिरिक्त शहर में पेट्रोलिंग के लिए अलग से टीमें तैनात की हैं, जो हर प्रमुख मार्ग से झांकी मार्ग को कनेक्ट करने वाले रास्तों पर गश्त करेंगी।
चल समारोह के साथ चलेगी सफाई टीम
अनंत चतुर्दशी चल समारोह को लेकर झांकी मार्गों को चकाचक करने के लिए नगर निगम ने पूरी तैयारियां की है। खस्ताहाल सड़कों को सुधारा गया है, शनिवार शाम 4 बजे से निगम सफाई मित्रों की टीमें मैदान संभालेंगी और इसके साथ कंट्रोल रूम पर कई कर्मचारी तैनात रहेंगे। झांकियां निकलने के साथ सफाई कार्य जारी रहेगा। वहीं दूसरे दिन भी सुबह 5 बजे से फिर सफाई अभियान चलेगा। नगर निगम स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों झांकी मार्गों का दौरा कर चुके है।
लाइटिंग व्यवस्था के लिए बजाजखाना में बना कंट्रोल रूम अनंत चतुर्दशी के अवसर पर शाम को निकलने वाले चल समारोह के लिए विद्युत व्यवस्थाओं को और ज्यादा दुरुस्त किया गया है। नए खंभे तार भी लगाए जा रहे हैं। इसके साथ ही बजाजखाना चौक पर अस्थायी कंट्रोल रूम भी बनाया गया है। जहां से झांकी मार्ग के 7 किमी में 5 से 10 मिनट में बिजली कर्मचारी पहुंच सकेंगे। पूरे आयोजन में 30 इंजीनियर और 70 से ज्यादा लाइनमैन, लाइन स्टाफ, हेल्पर भी सेवाएं देंगे।

झिलमिलाती झांकियों के साथ पहलवानों के जोर-आजमाइश के करतब दिखाई देंगे।
13 डॉक्टर्स, 10 एम्बुलेंस तैनात रहेगी
अनन्त चतुर्दशी पर निकलने वाले चल समारोह के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग के 13 डाक्टर्स, 13 सहयोगी स्टाफ के अलावा सीएमएचओ और सिविल सर्जन सहित 10 एम्बुलेंस झांकी मार्ग पर तैनात रहेगी।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार डीआरपी लाइन से चल समारोह की समाप्ति तक जेल रोड, होप टेक्सटाइल्स, श्रम शिविर, चिमनबाग, हेमिल्टन रोड, नन्दलालपुरा, यशवंत रोड चौराहा, बॉम्बे बाजार, नृसिंह बाजार, गोराकुंड, राजबाड़ा चौक, कृष्णपुरा ब्रिज पर 13 सीनियर डाक्टर्स, 13 सहयोगी मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ की ड्यूटी रहेगी। 4 सीनियर डाक्टर्स अधिकारियों की डयूटी लगाई गई है।
झांकी मार्ग के आसपास सरकारी अस्पतालों सहित प्राइवेट अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार चल समारोह के दौरान झांकी मार्ग में तय किए ठिकानों पर 10 एम्बुलेंस, 10 पायलट ड्राइवर और मेडिकल टेक्नीशियन के साथ इन इलाकों में मौजूद रहेंगी।
6 एम्बुलेंस डीआरपी लाइन टॉवर, होप टेक्सटाइल्स टॉवर, चिमनबाग सर्कल, नन्दलालपुरा, बॉम्बे बाजार, गोराकुंड चौराहे पर और 4 एम्बुलेंस राजबाड़ा इलाके में तैनात रहेंगी। यह सभी एम्बुलेंस प्रशासन द्वारा झांकी मार्ग की सुरक्षा व्यवस्था पर निगरानी के लिए बनाए टॉवर के पास मौजूद रहेंगी।
इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर भी रहेगा
हेल्थ डिपार्टमेंट के अनुसार इमरजेंसी के दौरान मेडिकल हेल्प के लिए कोई भी सिविल सर्जन, जिला अस्पताल अधीक्षक के मोबाइल नम्बर सहित 75668-31606 इसके अलावा 94250-20489 और प्रोटोकाल कोऑर्डिनेटर 87700-44700 पर सम्पर्क कर सकते हैं।
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इंदौर में झांकियों के चल समारोह की शुरुआत करीब 101 साल पहले मिल मजदूर मोरू भैया पुराणिक और मैनेजर श्रीपंत वैद्य ने की थी।
आज ही इंदौर की 100 साल पुरानी एक विरासत की एक और खास रात है। झांकियों के चल समारोह से पूरा शहर दमक उठेगा। इसे देखने के लिए इंदौर रातभर जागेगा। झांकियों के चल समारोह की शुरुआत करीब 101 साल पहले मिल मजदूर मोरू भैया पुराणिक और मैनेजर श्रीपंत वैद्य ने की थी, तब शायद ही उन्होंने कल्पना की हो कि ये इंदौर की पहचान बन जाएगा। एक मिल के अहाते से हुई पहल से आज के भव्य और दिव्य दृश्य तक की कहानी आपको 8 स्टेप में बता रहे हैं। पूरी खबर पढ़ें…