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एशिया कप में भारतीय टीम अपने अभियान का आगाज 10 सिंतबर को यूएई के खिलाफ करेगी. पिछले कुछ दिनों में टीम इंडिया के प्रैक्टिस सेशन का विशलेषण करेंगे तो पाएंगे कि जसप्रीत बुमराह नेट्स पर बहुत ज्यादा एक्टिव नजर नहीं…और पढ़ें
गंभीर का यह कदम सिर्फ एक खिलाड़ी को बाहर बैठाने का नहीं, बल्कि भारत की गेंदबाजी लाइनअप में एक नया संतुलन लाने की कोशिश है. सवाल यह है कि क्या यह फैसला टीम के हित में साबित होगा या उल्टा असर डालेगा? क्या बुमराह की जगह लेने वाले गेंदबाज़ उस स्तर का प्रदर्शन कर पाएंगे? और क्या यह गंभीर की दूरदर्शी सोच है या एक बड़ा जोखिम.
गंभीर के गेम प्लान से बुमराह गायब !
‘टेल’ के खेल पर भरोसा नहीं
हे़ड कोच के कोच रह चुके संजय भारद्वाज ने न्यूज 18 हिंदी से एक्सक्लूसिव बातचीत में ये भी कहा कि गौतम के पास गेम को रीड करने की अद्भुत क्षमता है और वो 8 बैटर और 3 टेलेंडर्स के साथ मैदान पर उतरेगा और इसी समीकरण के साथ गौतम ने आईपीएल में काफी सफलता भी हासिल की. इस थ्योरी के हिसाब से जाए तो अर्शदीप जो टी-20 के नंबर 1 गेंदबाज हैं उनके साथ हार्दिक नई गेंद से गेंदबाजी करेंगे. कुलदीप यादव, वरुण चक्रवर्ती के साथ अक्षर पटेल तीनों स्पिनर मैदान पर उतरेंगे. गौतम गंभीर हमेशा से एक आक्रामक और रणनीतिक सोच वाले खिलाड़ी रहे हैं. अब कोच के रूप में उनकी वही सोच भारतीय टीम में दिखने लगी है.
बुमराह को पहले मैच में ड्रॉप करना शायद एक शॉर्ट टर्म सैक्रिफाइस हो, लेकिन गंभीर इसे एक लॉन्ग टर्म विनिंग प्लान के रूप में देख रहे हैं अब ये देखना ये होगा कि ये उठने वाला साहसिक कदम भारत को ट्रॉफी के करीब ले जाता है या नहीं.