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Khargone News: मलेरिया अधिकारी डॉ मनोज पाटीदार ने लोकल 18 से कहा कि अब तक करीब दो लाख से ज्यादा मलेरिया और करीब 400 डेंगू टेस्ट किए जा चुके हैं. संजय नगर इलाके से डेंगू के मरीज मिले हैं जबकि महेश्वर और ऊन के दस…और पढ़ें
शहर के संजय नगर इलाके में डेंगू के दो मरीजों की पुष्टि हुई है. अन्य क्षेत्रों में भी 4-5 मरीज मिले हैं. विभाग द्वारा चलाए जा रहे घर-घर सर्वे में करीब तीन लाख घरों की जांच की गई. इसमें 5402 घर ऐसे पाए गए, जहां डेंगू का लार्वा मौजूद था. टीम ने तुरंत इन लार्वा को नष्ट किया. इसके बावजूद बीमारियों का फैलाव थम नहीं रहा है. डेंगू के साथ ही टाइफाइड, पीलिया और वायरल बुखार ने भी लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया है.
मलेरिया अधिकारी डॉ मनोज पाटीदार ने लोकल 18 को बताया कि अब तक लगभग दो लाख से ज्यादा मलेरिया और करीब 400 डेंगू टेस्ट किए जा चुके हैं. रिपोर्ट में संजय नगर क्षेत्र से डेंगू के मरीज मिले हैं जबकि महेश्वर और ऊन के दसंगा गांव में मलेरिया के मरीज पाए गए. उनका कहना है कि मौसम का मिजाज इस समय मच्छरों के लिए बिल्कुल अनुकूल है. यही वजह है कि लार्वा तेजी से बढ़ रहा है और खतरा और ज्यादा गहराता जा रहा है.
मौसमी बीमारी के मरीज ज्यादा
इधर अस्पताल में मरीजों की स्थिति भी चिंताजनक है. एमडी मेडिसिन डॉ मयंक पाटीदार के अनुसार, ज्यादातर लोग उल्टी-दस्त और तेज बुखार की समस्या लेकर आ रहे हैं. कुछ मरीजों में डायरिया और डेंगू के लक्षण भी पाए गए हैं. ऐसे मरीजों को अलग वार्ड में भर्ती कर विशेष उपचार दिया जा रहा है. डॉक्टर का कहना है कि समय पर इलाज मिलने से मरीज जल्दी ठीक हो जाते हैं.
एक्सपर्ट बताते हैं कि डायरिया के लक्षणों में बार-बार दस्त लगना, ज्यादा प्यास लगना और उल्टी शामिल हैं. वहीं डेंगू के शुरुआती संकेत तेज बुखार, सिरदर्द और शरीर में दर्द होता है. अगर इन लक्षणों को नजरअंदाज किया गया, तो मरीज की हालत बिगड़ सकती है. यही कारण है कि चिकित्सक शुरुआती लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेने की सलाह देते हैं.
डेंगू-मलेरिया के मच्छरों से बचाव
मलेरिया अधिकारी डॉ पाटीदार का कहना है कि डेंगू, मलेरिया से बचाव के लिए घर के आसपास पानी जमा न होने दें. कूलर, टंकी या गमलों में भरा पानी समय-समय पर खाली करें. मच्छरों से बचाव के लिए मच्छरदानी और रिपेलेंट का इस्तेमाल करें. भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें और मास्क पहनना न भूलें. अगर किसी को बुखार या दस्त जैसे लक्षण दिखें, तो इलाज में देरी न करें.