प्रदेश के जिन विद्यालयों में चालू शिक्षा सत्र में एक भी विद्यार्थी का एडमिशन नहीं हुआ है, ऐसे विद्यालयों के शिक्षकों को अब उन विद्यालयों में पदस्थ किया जाएगा जहां टीचर्स की कमी है। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने काउंसलिंग के जरिए ऐसे टीचर्स को शाला व
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काउंसलिंग की कार्यवाही 12 सितंबर को की जाएगी। इसमें सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को ताकीद किया है कि जो भी कार्यवाही की जाए वह पूरी पारदर्शिता और शुचिता के साथ होनी चाहिए।
लोक शिक्षण संचालनालय ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को दिए निर्देश में कहा है कि एजुकेशन पोर्टल 3.0 पर दर्ज जानकारी के अनुसार जिलों में शून्य नामांकन वाले विद्यालयों में पदस्थ शिक्षकों को उन विद्यालयों में पदस्थ किया जाएगा जहां शिक्षकों की कमी है।
इसी तारतम्य में शून्य नामांकन (नो न्यू एडमिशन) वाले विद्यालयों में पदस्थ शिक्षकों की जानकारी गूगल शीट जीरो एनरोलमेंट स्कूल टीचर डेटा फॉर काउंसलिंग पर सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को शेयर की गई है। इसके अलावा अगर किसी स्कूल के शिक्षक छूटे हों तो उनकी एंट्री गूगल शीट पर की जाना है।
12 सितंबर को दोपहर में होगी काउंसलिंग इन शिक्षकों की काउंसलिंग 12 सितंबर को दोपहर 12 बजे से की जानी है। इसलिए सभी शिक्षकों को 12 सितम्बर को तय स्थान पर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में उपस्थित होकर शाला विकल्प का चयन करना है। ऐसे शिक्षक जो काउंसलिंग में उपस्थित नहीं होंगे या शाला विकल्प चयन नहीं करेंगे उनकी पदस्थापना जिले में किसी भी स्कूल में की जा सकेगी।
जिला स्तर पर काउंसलिंग सीनियरिटी के आधार पर की जाएगी। इसके लिए जिला शिक्षा अधिकारी ग्रेडेशन लिस्ट के आधार पर काउंसलिंग करेंगे यानी सीनियर टीचर को शाला विकल्प का मौका पहले दिया जाएगा।
काउंसलिंग में मौजूद शिक्षकों द्वारा चयन किए गए विकल्प का सहमति पत्र लेकर जिला शिक्षा कार्यालय में रिकार्ड रखा जाएगा। काउंसलिंग के बाद जिला शिक्षा अधिकारी गूगल शीट की जानकारी लोक शिक्षण संचालनालय को भेजेंगे। इसमें समय सीमा और पारदर्शिता रखने के लिए खासतौर पर ताकीद किया गया है।