राजगढ़ जिले के माचलपुर नगर में फिल्टर प्लांट की बदहाली के चलते लोगों को शुद्ध पेयजल नहीं मिल पा रहा है। नगर परिषद की लापरवाही के कारण पानी की सप्लाई पर संकट खड़ा हो गया है। बुधवार को नगर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जब प्लांट का निरीक्षण किया तो वहां
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फिल्टर प्लांट की 10 में से 8 मोटरें बंद मिलीं
नगर कांग्रेस कार्यकर्ता सुरेन्द्र चाड़ और अन्य नेताओं ने प्लांट का निरीक्षण किया, जहां पाया गया कि 10 में से 8 मोटरें बंद पड़ी हैं। परिसर में जगह-जगह गंदगी फैली हुई है। कांग्रेस का आरोप है कि इसी गंदे सिस्टम से नगरवासियों को पीने का पानी सप्लाई किया जा रहा है।
बीमारियों का खतरा बढ़ा, लोग परेशान
सुरेन्द्र चाड़ ने बताया कि इस गंदे पानी की वजह से नगर में पेट दर्द, उल्टी और बुखार जैसे मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। उनका कहना है कि नगर परिषद आम लोगों की परेशानियों को नजरअंदाज कर सिर्फ दुकानों के निर्माण और नीलामी जैसे कामों में व्यस्त है।
जल शुद्धिकरण सामग्री की खरीद में भ्रष्टाचार का आरोप
कांग्रेस ने नगर परिषद पर जल शुद्धिकरण में इस्तेमाल होने वाली सामग्री की खरीद में भ्रष्टाचार के भी आरोप लगाए हैं। उन्होंने मांग की है कि नगरवासियों को जल्द से जल्द शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाए और फिल्टर प्लांट की स्थिति सुधारी जाए।
सीएमओ से संपर्क नहीं हो पाया, गैरहाजिर रहने का भी आरोप
फिल्टर प्लांट के निरीक्षण में कांग्रेस के दयाराम राठौर, भोलाराम दुबे, राजेश राठौर, ओमप्रकाश सोनी और राधेश्याम गुर्जर भी मौजूद थे।
जब दैनिक भास्कर ने नगर परिषद के सीएमओ देवेंद्र वत्स से इस विषय पर बात करने की कोशिश की तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।
नगरवासियों का कहना है कि सीएमओ अक्सर पदस्थापना स्थल पर नहीं रहते, जिससे नगर में अव्यवस्था बनी हुई है।

लोगों की मांग- जल्द व्यवस्था सुधारी जाए
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि पानी की समस्या का जल्द हल निकाला जाए। उनका कहना है कि गंदा पानी पीने से लोगों की सेहत पर असर पड़ रहा है और समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो हालात और बिगड़ सकते हैं।