सराफा चाट-चौपाटी को लेकर भले ही नौ सदस्यीय समिति का गठन नहीं हुआ, लेकिन एमआईसी सदस्य और राजस्व प्रभारी निरंजनसिंह चौहान ने इससे पहले ही निरीक्षण शुरू कर दिया है। वे बुधवार रात करीब 10 बजे सराफा पहुंचे और दुकानों का वेरिफिकेशन किया।
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नगर निगम को सराफा चाट-चौपाटी से जुड़े व्यापारियों व संचालकों की ओर से 60 दुकानों की सूची सौंपी गई। चौहान ने मौके पर देखा कि सूची में शामिल दुकानें वास्तव में वर्षों से संचालित हो रही हैं या नहीं। इस दौरान उन्होंने कई दुकानदारों से पूछा कि वे कितने साल से यहां व्यवसाय कर रहे।
चौहान ने कहा निरीक्षण का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना रहा कि सूची में शामिल नाम उन्हीं लोगों के हैं जो वर्षों से यहां दुकान लगा रहे, किसी नए या फर्जी नाम को शामिल न कर दिया हो। उन्होंने बताया जिन व्यापारियों ने अपनी जगह किसी और को दुकान लगाने दी, उनसे भी जानकारी ली जाएगी।
तीन बिंदु मिले जांच में..
1. मोमोज की सर्वाधिक दुकानें लग गई हैं।
2. कुल्हड़ में कई चीजें बेचते मिले दुकानों पर, जबकि अब डिस्पोजल आइटम के उपयोग की मनाही है।
3. आलू के रोल के आइटम की दुकानें भी मिलीं।
स्थानीय लोगों से भी पूछताछ, पुराने दुकानदारों की पहचान सुनिश्चित करें
निरीक्षण के दौरान निगम टीम ने स्थानीय रहवासियों और नियमित ग्राहकों से पूछा है कि कौन-कौन सी दुकानें लंबे समय से लग रही हैं। इसके जरिए पुरानी दुकानों की पहचान सुनिश्चित की जा रही।
बता दें इससे पहले मंगलवार को भी चौहान सराफा पहुंचे थे और व्यापारियों के साथ बैठक कर चर्चा की थी। फिलहाल, सराफा चौपाटी संचालन के नियम तय करने के लिए नौ सदस्यीय समिति का गठन किया जाना है, जिसमें तीन सदस्य सराफा व्यापारी एसोसिएशन से और तीन सदस्य चाट-चौपाटी एसोसिएशन से लिए जाएंगे। गौरतलब है कि सराफा व्यापारियों के विरोध के बाद चौपाटी को लेकर सुधार लागू किए जा रहे हैं।