बेहद असरदार है ये आयुर्वेदिक नुस्खा
इस नुस्खे की खास बात ये कि इसमें इस्तेमाल होने वाली सभी सामग्री घर-गृहस्थी में सामान्यतः उपलब्ध रहती हैं. यह सुरक्षित, प्राकृतिक और बेहद कारगर उपाय है.
बनाने की विधि: सबसे पहले मेथी दाना, सौंफ और अजवाइन को हल्का सा भून लें ताकि उनकी खुशबू और गुण खुल जाएं. भूनने के बाद इन्हें ठंडा करके अच्छे से बारीक पीस लें. अब तैयार पाउडर में सूखा आंवला पाउडर, काला नमक और हल्दी पाउडर डालें. अंत में गुड़ के छोटे-छोटे टुकड़े डालकर पूरे मिश्रण को अच्छी तरह मिलाएं. तैयार मिश्रण को हवा बंद डिब्बे में रखें ताकि यह सुरक्षित रहे.
रोजाना सुबह-शाम 30 से 50 ग्राम यह मिश्रण गाय या भैंस के चारे में मिलाकर दें. लगातार 11 दिन तक इसका उपयोग करें. धीरे-धीरे पशु के स्वास्थ्य में सुधार नजर आएगा और दूध की मात्रा में वृद्धि होगी. खासतौर पर प्रसव के बाद थकावट में यह नुस्खा बेहद असरदार सिद्ध होता है. साथ ही पशु का पाचन भी बेहतर होता है. उनकी प्रतिरोधक क्षमता मजबूत बनती है.
क्यों अपनाएं यह देसी नुस्खा?
ये नुस्खा प्राकृतिक एवं सुरक्षित. इसमें रसायनिक तत्व नहीं हैं, इसलिए पशु को कोई नुकसान नहीं होता. साथ ही सस्ता व सुलभ है. घर में मिलने वाली सामग्री से बनता है, जिससे महंगे टॉनिक पर खर्च करने की जरूरत नहीं. केवल 11 दिनों में आपको दूध उत्पादन में सुधार नजर आएगा.