मौत की फैक्ट्री बन रहा मध्य प्रदेश! आखिर क्यों बुझ रही युवा जिंदगियां? इंदौर-भोापल टॉप पर

मौत की फैक्ट्री बन रहा मध्य प्रदेश! आखिर क्यों बुझ रही युवा जिंदगियां? इंदौर-भोापल टॉप पर


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MP News: 10 सितंबर का दिन दुनियाभर में वर्ल्ड सुसाइड प्रिवेंशन डे (आत्महत्या निषेध दिवस) के रूप में मनाया जाता है. भारत के टॉप 3 सुसाइड के राज्यों की लिस्ट में एमपी तीसरे नंबर पर है. सुनिए ट्रेनी साइकोलॉजिस्ट स…और पढ़ें

Bhopal News: दुनियाभर में 10 सितंबर का दिन विश्व आत्महत्या निषेध दिवस के रूप में मनाया जाता है, जिसका मतलब ही यही है की समाज से आत्महत्या जैसी मानवता के लिए गंभीर बीमारी के खिलाफ समाज को जागरूक किया जा सके क्योंकि आत्महत्या किसी भी समस्या का हल नहीं हो सकती हैं.

आत्महत्या के विरुद्ध जागरूकता के इस खास दिन को लेकर ट्रेनी साइकोलॉजिस्ट सोनम शुक्ला ने क्यों सोशल मीडिया और बेरोजगारी को बताई आत्महत्या की सबसे बड़ी और आखिर मध्यप्रदेश सुसाइड के मामले में देश में तीसरे नंबर पर क्यों? सबकुछ जानने के लिए देखिए खास रिपोर्ट.

पारिवारिक कहल आत्महत्या की बड़ी वजह 
मध्यप्रदेश में NCRB के साल 2022 के डेटा के अनुसार देश में टोटल 1 लाख 70 हजार आत्महत्या के मामलों में अकेले एमपी में 15 हजार 386 मौतें हुई हैं. जिसकी वजह से एमपी तमिलनाडु और महाराष्ट्र के बाद सुसाइड में तीसरे नंबर पर है. इसको लेकर ट्रेनी साइकोलॉजिस्ट सोनम शुक्ला कहती हैं कि, एमपी जैसे राज्य में इंदौर और भोपाल सुसाइड के हॉटस्पॉट है, जहां ज्यादातर आत्महत्या के मामले बेरोजगारी और पारिवारिक कलह से जुड़े होते हैं. युवाओं के बीच रोजगार ना होना उनको एक अकेलेपन में ले जाता है, जिसके कारण आत्महत्या के केस सामने आते हैं.

सोशल मीडिया ने झूठ फैलाया
विश्व आत्महत्या निषेध दिवस के दिन सुसाइड की वजहों को लेकर बात करते हुए भोपाल की ट्रेनी साइकोलॉजिस्ट सोनम शुक्ला बताती हैं कि, आत्महत्या और अकेलेपन की सबसे बड़ी वजहों में सोशल मीडिया टॉप पर है. जिसने कहीं न कहीं युवाओं के मन में ये बात डाल दी है कि, अगर आप 25 साल तक सफल नही हुए, फेमस नहीं हुए, तो आप लाइफ की दौड़ हार चुकें हैं पर असल में ऐसा है ही नही लेकिन फिर भी युवा सोशल मीडिया की चकाचौंध से प्रभावित होकर डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं.

एमपी में आत्महत्या रोकने सरकार ने चलाई हेल्पलाइन किरण 
आत्महत्या के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए सरकार की भूमिका के सवाल पर सोनम शुक्ला बताती हैं कि, किरण हेल्पलाइन सरकार की आत्महत्या रोकने के लिए एक पहल है.

अगर आपको या आपके किसी करीबी को सुसाइड के ख्याल आते हैं तो आप किरण हेल्पलाइन के नंबर 1800-599-0019 पर फोन कर मदद मांग सकते हैं.

Anuj Singh

Anuj Singh serves as a Content Writer for News18MPCG (Digital), bringing over Two Years of expertise in digital journalism. His writing focuses on hyperlocal issues, Political, crime, Astrology. He has worked a…और पढ़ें

Anuj Singh serves as a Content Writer for News18MPCG (Digital), bringing over Two Years of expertise in digital journalism. His writing focuses on hyperlocal issues, Political, crime, Astrology. He has worked a… और पढ़ें

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