लेफ्ट ये आरोपी अमजद हुसैन, सेंटर में सलीम खान और राइट में अय्यूब अहमद उर्फ अय्यूब बाबू।
वक्फ बोर्ड कमेटी के उपाध्यक्ष को ब्लैकमेल करने और हाईकोर्ट में फर्जी शपथपत्र देकर गलत याचिका लगाने वाले गिरोह का खुलासा हुआ है। नर्मदापुरम और सोहागपुर से तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर उज्जैन ले जाया गया।
.
शनिवार शाम 7 बजे खाराकुआं पुलिस ने सलीम खान (नर्मदापुरम), अय्यूब अहमद खान और अमजद हुसैन (सोहागपुर) को पकड़कर थाने लाकर केस दर्ज किया। आरोपियों पर फर्जी दस्तावेज बनाकर ब्लैकमेल करने और अवैध वसूली की धाराएं लगाई गई हैं।
इस तरह ब्लैकमेल करते थे आरोपी पुलिस के मुताबिक, यह गिरोह प्रदेशभर में वक्फ कमेटियों को डरा-धमकाकर मोटी रकम वसूलता था। कूटरचित दस्तावेज बनाकर वक्फ संपत्तियों को खुर्दबुर्द करना। दुकानों के अवैध आवंटन में दबाव डालना और झूठी शिकायतें दर्ज कराना इनकी मुख्य गतिविधियां थीं।
झूठी शिकायत से लेकर हाईकोर्ट तक 11 सितंबर को वक्फ बोर्ड मस्जिद व मजार मदारगेट कमेटी के उपाध्यक्ष हारुन नागौरी ने थाने में तीनों के खिलाफ केस दर्ज कराया था। आरोपियों ने पहले पुलिस में उपाध्यक्ष की झूठी शिकायत कराई। जांच में यह निराधार पाई गई और 15 जून को नस्तीबद्ध कर दी गई।
इसके बावजूद 8 जुलाई को इंदौर हाईकोर्ट की खंडपीठ में झूठा शपथपत्र देकर रिट याचिका दायर की गई, जिसमें पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया गया।
थाना प्रभारी राजकुमार मालवीय ने बताया कि
तीनों आरोपियों के खिलाफ दो दिन पहले केस दर्ज हुआ था। नर्मदापुरम और सोहागपुर से गिरफ्तार कर उन्हें उज्जैन लाया गया है। मामले की आगे जांच जारी है।
