ग्वालियर क्राइम ब्रांच की साइबर विंग ने म्युचुअल फंड में धोखाधड़ी के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें ICICI बैंक म्युचुअल फंड कंपनी के दो रिलेशनशिप मैनेजर भी शामिल हैं। धोखाधड़ी के शिकार हुए डॉक्टर दिनेश कुमार मजूमदार की शिकायत पर पु
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मयंक पहले से डॉ. दिनेश मजूमदार के म्युचुअल फंड अकाउंट को देखता था। कुछ दिन पहले डॉ. मजूमदार ने नए इन्वेस्टमेंट के लिए मयंक को घर बुलाया था। मयंक ने इन्वेस्टमेंट पेपर्स के बीच डिटेल्स अपडेशन फॉर्म छिपाकर उन पर हस्ताक्षर करवा लिए।
आरोपी मयंक ने अपने साथी सचित त्रिपाठी के साथ मिलकर फर्जी एप्लिकेशन बनाई। उन्होंने डॉक्टर के अकाउंट में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी बदल दी। फर्जी दस्तावेजों से खरीदी गई सिम को रजिस्टर करवाया। बाद में बैंकिंग डिटेल्स बदलकर फरियादी के म्युचुअल फंड को हड़पने की योजना बनाई। आरोपियों ने म्युचुअल फंड को दूसरे खातों में ट्रांसफर करने का प्रयास किया, लेकिन साइबर क्राइम टीम ने समय रहते फंड पर होल्ड लगा दिया और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
एसएसपी धर्मवीर सिंह यादव ने बताया
डॉक्टर द्वारा शिकायती आवेदन के साथ धोखाधड़ी की शिकायत साइबर क्राइम में की गई थी। जांच की तो पता चला कि ICICI बैंक के दो और एक म्युचुअल फंड कंपनी के कर्मचारी धोखाधड़ी में शामिल पाए गए थे। आरोपियों से पूछताछ की गई तो उन्होंने पूरे मामले का खुलासा करते हुए घटना करना कबूल कर लिया था, आरोपियों के पकड़ने से पहले ही ट्रांसफर की गई 50 लाख रुपए की राशि को ओल्ड करवा दी गई थी। तीनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।