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Hari Khad Kaise Banayen: अगर रासायनिक खाद से मन भर गया है और आप जैविक खाद बनाना चाहते हैं तो इस हरी खाद से बेहतर कुछ भी नहीं. ये फसल के साथ-साथ जमीन के लिए भी बेस्ट है.
छतरपुर के नौगांव कृषि विज्ञान केंद्र में पदस्थ कृषि वैज्ञानिक डॉ. कमलेश अहिरवार बताते हैं कि हरी खाद बनाना सबसे आसान होता है. आजकल लोग कंपोस्ट खाद, वर्मी कंपोस्ट खाद के बारे में तो जानते हैं, लेकिन हरी खाद के बारे में जागरुकता कम है. डॉ. कमलेश बताते हैं कि हरी खाद को बनाना सबसे आसान है. इस हरी खाद को बनाने में आपको अलग से कुछ नहीं खरीदना होता है. अगर आप किसान हैं तो आप इस खाद को आसानी से बना सकते हैं.
अगर आप रबी सीजन की फसल की बनी करने जा रहे हैं तो आप खाद को पहले से तैयार कर सकते हैं. इस खाद को बनाने के लिए सबसे पहले आपको खेत में सनई, घेंघा या मूंग-उड़द जैसी दलहनी फसलों को लगा लेना है. लगभग 45 दिन के बाद इन फसलों को ट्रैक्टर की सहायता से मिट्टी में मिला लेना है. किसान भाई ये खाद गर्मियों में भी कर सकते हैं. अगर गर्मियों में नहीं कर पाए हैं तो अभी कर सकते हैं.
नाइट्रोजन-फॉस्फोरस से भरपूर
जिन किसान भाइयों ने खेत में सनई, मूंग-उड़द जैसी फसल लगा रखी है तो इन फसलों के कटने के बाद बचे हुए अवशेष को ट्रेक्टर की सहायता से उसी खेत में मिला दें. साथ ही पत्तियों को भी मिट्टी में मिला लें. दरअसल, इन फसलों की जड़ों में वायुमंडल से नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश जैसे मिनरल्स अवशोषित करने की क्षमता होती है. यह पोषक तत्व मिट्टी में मिल जाते हैं. ऐसा करने से कई क्विंटल खाद जैविक खाद में बदल जाता है. ये खाद रासायनिक खाद से भी असरदार होती है. इस समय किसान भाई रबी सीजन की बोवनी कर रहे हैं तो इन खेतों में हरी खाद डाल सकते हैं. किसान भाई रासायनिक खाद पर निर्भर न होकर खुद ही खाद बनाना सीख जाए.