रीवा में स्वास्थ्य केंद्र से डॉक्टर-नर्स नदारद: लालगांव पीएचसी में गर्भवती महिला हुई परेशान; लोग बोले- ऐसे अस्पताल का क्या फायदा – Rewa News

रीवा में स्वास्थ्य केंद्र से डॉक्टर-नर्स नदारद:  लालगांव पीएचसी में गर्भवती महिला हुई परेशान; लोग बोले- ऐसे अस्पताल का क्या फायदा – Rewa News



रीवा जिले के लालगांव क्षेत्र में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) में पर्याप्त डॉक्टर और स्टाफ होने के बावजूद ग्रामीणों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह स्थिति पिछले आठ महीनों से बनी हुई है। मामले में CM

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ग्रामीण बोले- डॉक्टर निजी क्लिनिक में व्यस्त

ग्रामीणों के मुताबिक, डॉ. गुरदीप सिंह की पदस्थापना लालगांव पीएचसी में है, लेकिन वे अधिकतर समय बघेड़ी चाकघाट स्थित अपने निजी क्लिनिक को देते हैं। सप्ताह में एक बार स्वास्थ्य केंद्र आकर सिर्फ हस्ताक्षर कर चले जाते हैं।

इसी तरह, स्टाफ नर्स पूजा तिवारी और सीमा पटेल भी अस्पताल में बहुत कम समय देती हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि वे कभी-कभार आकर हस्ताक्षर करके वापस लौट जाती हैं।

गर्भवती महिला पांच घंटे तक तड़पती रही

जय भारत नगर, लालगांव निवासी अजय कोल की गर्भवती पत्नी मनीषा कोल को इलाज के लिए शनिवार 4 बजे शाम को अस्पताल लाया गया था। लेकिन रात 9 बजे तक भी वहां कोई डॉक्टर या नर्स मौजूद नहीं थी। सिर्फ एक महिला स्टाफ (ताई) थोड़ी देर मौजूद रही, लेकिन बाद में वह भी मरीज को छोड़कर चली गई। इलाज के अभाव में महिला अस्पताल में छटपटाती रही।

ग्रामीणों में रोष, उपसरपंच ने जताई नाराजगी

स्थानीय निवासी आशीष तिवारी और उपसरपंच लवकुश तिवारी ने बताया कि अस्पताल की हालत बेहद खराब है। मरीजों और गर्भवतियों को समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा, “अगर अस्पताल में न डॉक्टर मिलें, न नर्स, तो ऐसे अस्पताल का होना ही बेकार है।”

आरोपों को स्टाफ ने नकारा, सीएमएचओ ने दिए जांच के आदेश

जब इस मामले पर डॉक्टर और स्टाफ नर्सों से संपर्क किया गया तो डॉ. गुरदीप सिंह, पूजा तिवारी और सीमा पटेल ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया। उनका कहना है कि वे नियमित रूप से अस्पताल में मौजूद रहते हैं और अस्पताल समय पर खुलता है।

हालांकि मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. संजीव शुक्ला ने जांच के आदेश दे दिए हैं।



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