श्रेयस अय्यर- अभिमन्यु ईश्वरन पर सेलेक्टर्स की तीसरी आंख

श्रेयस अय्यर- अभिमन्यु ईश्वरन पर सेलेक्टर्स की तीसरी आंख


नई दिल्ली. पिछले कुछ दिनों में दुनिया भारत बनाम पाकिस्तान के मुक़ाबले को काफी देख चुकी है लेकिन एशिया कप जारी है, ऐसे में 16 सितंबर से शुरू होने वाली भारत ए बनाम ऑस्ट्रेलिया ए सीरीज़ पर ध्यान देना भी ज़रूरी है. सबसे पहले लखनऊ के इकाना स्टेडियम में दो टेस्ट मैच खेले जाएँगे. बीसीसीआई ने इस सीरीज़ के लिए एक मज़बूत टीम चुनी है, जिसमें कई ऐसे खिलाड़ी शामिल हैं जो भारतीय टेस्ट टीम से बाहर हैं, और कुछ ख़ास खिलाड़ियों को टीम से बाहर भी रखा गया है.

श्रेयस अय्यर इन दोनों टेस्ट मैचों की कप्तानी करेंगे, और यहाँ उनके कुछ रन चयनकर्ताओं को उन्हें टीम में वापस लाने का एक मज़बूत कारण देंगे. जहाँ तक उनकी कप्तानी का सवाल है, यह जाँची-परखी हुई है, और इस समय देश के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक है.

पलेइंग XI में बल्लेबाज कौन 

एक और खिलाड़ी जो खुद को ऐसी ही स्थिति में पाता है, वह है अभिमन्यु ईश्वरन.बंगाल का यह बल्लेबाज़ पिछले कुछ सालों से टीम में है, लेकिन किसी कारण से उसे प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं मिल पाता. इसलिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कुछ रन वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच को पक्का कर सकते हैं और उन्हें मौका भी मिल सकता है. दलीप ट्रॉफी के सेमीफाइनल में, तमिलनाडु के बल्लेबाज़ जगदीशन ने नॉर्थ ज़ोन के खिलाफ़ 197 और 52 रनों की पारी खेली थी. उनके इस प्रदर्शन का मतलब है कि भारत-ए टीम उन्हें विशुद्ध बल्लेबाज़ के तौर पर चुन सकती है, और ध्रुव जुरेल को मुख्य विकेटकीपर बना सकती है. टीम में साईं सुदर्शन, आयुष बदोनी और देवदत्त पडिक्कल जैसे बल्लेबाज़ों की भरमार है; लेकिन अंतिम एकादश से ही पता चल सकता है कि भारतीय टीम में कौन कहाँ खड़ा है.

गेंदबाज़ी हमेशा की तरह मज़बूत

अगर किसी को भारतीय क्रिकेट की ताकत देखनी है, तो टीम में ऑलराउंडरों और गेंदबाज़ों की क्लास पर गौर कीजिए. हर्ष दुबे हैं, जो पिछले साल रणजी में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ थे, और बल्लेबाज़ी करते हुए 30-40 रन बना सकते हैं. नितीश कुमार रेड्डी पहले ही भारत के लिए कुछ मैच खेल चुके हैं, और तनुश कोटियन, जो आर. अश्विन की जगह ले सकते हैं. इंग्लैंड में पिछले टेस्ट मैच के हीरो रहे प्रसिद्ध कृष्णा, खलील अहमद के साथ तेज़ गेंदबाज़ी की कमान संभालेंगे. कुल मिलाकर, ऑस्ट्रेलिया ए की तुलना में यह टीम स्पष्ट रूप से बेहतर है. वहाँ कूपर कोनोली, ज़ेवियर बार्टलेट, सैम कोंस्टास, नाथन मैकस्वीनी और टॉड मर्फी जैसे जाने-माने चेहरे हैं… और इनमें से कोई भी टेस्ट स्तर पर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया है.

श्रेयस अय्यर (कप्तान), अभिमन्यु ईश्वरन, देवदत्त पडिक्कल, ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), नितीश कुमार रेड्डी, तनुष कोटियन, प्रसिद्ध कृष्णा, खलील अहमद, यश ठाकुर, आयुष बडोनी, मानव सुथार, हर्ष दुबे, गुरनूर बराड़।



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