पूर्वजों का करना है श्राद्ध-तर्पण लेकिन नहीं हैं पैसे? फ्री में होगा सबकुछ

पूर्वजों का करना है श्राद्ध-तर्पण लेकिन नहीं हैं पैसे? फ्री में होगा सबकुछ


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Khargone News: इस साल 21 सितंबर को सर्वपितृ अमावस्या के दिन गीता गंगा ट्रस्ट द्वारा कुंदा नदी के तट स्थित अहिल्या घाट पर सामूहिक तर्पण होगा. कार्यक्रम सुबह 8 बजे से शुरू होगा और दोपहर तक चलेगा.

खरगोन. पितृ पक्ष में अपने पूर्वजों का तर्पण और पिंडदान करना धर्मशास्त्रों के अनुसार अत्यंत पुण्यकारी माना जाता है. कई परिवार आर्थिक तंगी या पंडितों की अनुपलब्धता के कारण यह परंपरा पूरी नहीं कर पाते हैं. वहीं लावारिसों का तर्पण कोई नहीं करता. ऐसे में मध्य प्रदेश के खरगोन की गीता गंगा ट्रस्ट हर साल नि:शुल्क श्राद्ध और तर्पण का आयोजन करती है. इस साल भी ट्रस्ट ने सर्वपितृ अमावस्या के दिन कुंदा नदी के तट पर विशेष सामूहिक कार्यक्रम आयोजित किया है.

पितृपक्ष के दौरान किए जाने वाले तर्पण और पिंडदान को शास्त्रों में पितरों की तृप्ति और परिवार की समृद्धि के लिए आवश्यक बताया गया है. माना जाता है कि तर्पण से पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है और वंश में प्रसन्नता आती है. परंपरागत रीति-रिवाजों के अनुसार सही समय और विधि से किए गए पिंडदान का विशेष महत्व है, पर कई बार आर्थिक कारणों या पंडित व्यवस्था न होने के कारण लोग यह अनुष्ठान नहीं कर पाते.

शहीदों और लावारिसों का भी तर्पण
गीता गंगा ट्रस्ट अध्यक्ष पंडित जगदीश ठक्कर ने लोकल 18 को बताया कि संस्था पिछले 13 साल से पितृपक्ष के दौरान नि:शुल्क तर्पण-पिंडदान का आयोजन कर रही है. ट्रस्ट का उद्देश्य आर्थिक रूप से असहाय परिवारों को धार्मिक अनुष्ठानों का लाभ दिलाना और समाज में परंपरा को जारी रखना है. संस्था न केवल सामान्य परिवारों के पितरों के लिए बल्कि शहीद जवानों और लावारिस आत्माओं के लिए भी विधिवत तर्पण कराती है. इसके अलावा ट्रस्ट पेड़-पौधों, नदियों, पहाड़ों और वन्य प्राणियों के लिए भी श्राद्ध-तर्पण कराती है.

कब और कहां होगा आयोजन?
21 सितंबर 2025 को सर्वपितृ अमावस्या के दिन गीता गंगा ट्रस्ट द्वारा कुंदा नदी के तट स्थित अहिल्या घाट पर सामूहिक तर्पण का आयोजन तय किया गया है. कार्यक्रम सुबह 8 बजे से शुरू होकर दोपहर तक चलेगा. आयोजन का नेतृत्व ट्रस्ट के अध्यक्ष पंडित जगदीश ठक्कर स्वयं करेंगे. वहां विधिपूर्वक तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध कर्म संपन्न कराया जाएगा.

कैसे कराएं पंजीकरण?
अनुष्ठान में शामिल होने वालों के लिए पूजन सामग्री भी संस्था द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी और पंडितों की दक्षिणा संस्था वहन करेगी. आयोजन में शामिल होने के इच्छुक लोग अमावस्या के एक दिन पहले तक भी पंजीकरण करवा सकते हैं. पंजीकरण और जानकारी के लिए पंडित जगदीश ठक्कर के मोबाइल नंबर 9753799689 पर संपर्क कर सकते हैं.

Rahul Singh

राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.

राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.

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