बैतूल जिले में चल रही करोड़ों की लागत वाली समूह जल प्रदाय योजनाओं की धीमी प्रगति पर कलेक्टर नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी ने कड़ा रुख अपनाया है। मंगलवार को कलेक्ट्रेट में हुई समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने जल निगम द्वारा नियुक्त दो प्रमुख ठेकेदार कंपनियों मु
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कलेक्टर ने कहा कि यदि तय समय सीमा में काम पूरे नहीं हुए, तो एग्रीमेंट की राशि वसूली जाएगी और परफॉर्मेंस गारंटी जब्त की जाएगी।
घोघरी योजना में सिर्फ 57% काम पूरा
घोघरी समूह जल प्रदाय योजना, जिसकी लागत 215 करोड़ रुपए है, उसमें अब तक केवल 57 प्रतिशत कार्य ही पूरा हो पाया है। इस पर नाराजगी जताते हुए कलेक्टर ने विकरान इंजीनियरिंग को निर्देश दिए कि इंटेकवेल, वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट और ओवरहेड टैंक जैसे सभी अधूरे कार्य जल्द से जल्द पूरे किए जाएं। उन्होंने स्पष्ट किया कि समय सीमा में विस्तार नहीं किया जाएगा और यदि देरी हुई, तो आर्थिक दंड तय है।
एलएन मालवीय पर भी सख्त रुख
245 करोड़ रुपए की लागत वाली मेढ़ा योजना की धीमी रफ्तार को देखते हुए कलेक्टर ने एलएन मालवीय इंफ्रा लिमिटेड के खिलाफ नोटिस जारी करने और परफॉर्मेंस गारंटी जब्त करने के निर्देश दिए। इसी तरह वर्धा (102 करोड़) और गढ़ा (54 करोड़) योजनाओं में भी प्रगति असंतोषजनक पाई गई। इन पर भी कलेक्टर ने कंपनी को नोटिस देने को कहा है।
PHED की एकल योजनाओं की भी समीक्षा
बैठक में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग (PHED) की एकल योजनाओं की भी समीक्षा की गई। कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि 30 सितंबर तक हर घर नल कनेक्शन (एफएचटीसी) का लक्ष्य पूरा करें। साथ ही जिन गांवों को “हर घर जल” घोषित किया गया है, वहां प्रगति न दिखाने पर संबंधित एसडीओ के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई और वेतन रोकने जैसी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कलेक्टर सूर्यवंशी ने कहा-
जिले के ग्रामीणों को समय पर साफ पानी मिलना चाहिए। इसके लिए कार्य में देरी या लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विकास कार्यों में अनावश्यक अड़चन डालने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
