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Obesity: मोटापा कुछ बीमारियों में बचाव कारी भी साबित हो सकता है, सागर के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में गर्भवती महिलाओं पर यह रिसर्च की गई, 2 साल तक चली इस रिसर्च में चौंकाने वाली परिणाम सामने आए हैं.
सागर. किसी इंसान का मोटा होना उसे कई बीमारियों का संकेत माना जाता है. कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है लेकिन यही मोटापा कुछ बीमारियों में बचावकारी भी साबित हो सकता है. सागर के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में गर्भवती महिलाओं पर यह रिसर्च की गई. 2 साल तक चली इस रिसर्च में चौंकाने वाले परिणाम सामने आए हैं. यह रिसर्च मोटापा से ग्रसित और दुबली पतली गर्भवती महिलाओं के सिजेरियन ऑपरेशन के बाद होने वाले दर्द पर की गई है. इतना ही नहीं इस रिसर्च को एनेस्थीसिया सब्जेक्ट की स्टेट कॉन्फ्रेंस जबलपुर में भी रखा गया. इसमें स्टडी की डिजाइन और वहां पर हुए सवालों के उचित जवाब देने की वजह से डॉक्टर मनीषा को प्रदेश में दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है.
सागर की बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में एनेस्थीसिया विभाग में पीजी की छात्रा डॉक्टर मनीषा ने विभाग के अध्यक्ष डॉक्टर सर्वेश जैन, डॉक्टर मनोज साहू के मार्गदर्शन में किया है. डॉ मनीषा आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा निवासी हैं. जो पिछले दो साल से एनेस्थीसिया विभाग से पढ़ाई कर रही है. अपने रिसर्च पेपर को लेकर डॉक्टर मनीषा बताती है कि जब गर्भवती महिलाओं की सिजेरियन से डिलीवरी कराई जाती है तो उनकी रीढ़ की हड्डी में एनेस्थीसिया का इंजेक्शन लगाया जाता है. ऑपरेशन के दो-तीन दिन बाद महिलाओं के लिए दर्द की समस्या बढ़ जाती है लेकिन पिछले 2 साल में 120 गर्भवती महिलाओं की रिसर्च में यह पाया गया कि जो मोटी महिलाएं होती हैं. उनके लिए इस इंजेक्शन का साइड इफेक्ट के तौर पर होने वाला सिर दर्द कम होता है जबकि दुबली पतली महिलाओं में यह दर्द अधिक पाया गया है.
कभी-कभी मोटापे की वजह से लाभ भी
डॉक्टर मनोज साहू ने बताया कि वैसे तो मोटापा से कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है लेकिन हमारी मेडिकल कॉलेज में जो रिसर्च हुई है जिसमें पाया कि गर्भवती महिलाओं में ऑपरेशन के बाद दुबली पतली महिलाओं की अपेक्षा, जो महिलाएं मोटी है उनमें सिर दर्द की समस्या कम पाई गई. ऐसे में डॉक्टरों का मानना है कभी-कभी मोटापे की वजह से लाभ भी मिल सकता है. इसके अलावा एनेस्थीसिया विभाग में पहले भी कई तरह की रिसर्च हो चुकी है जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति बटोरी है. लगातार इस तरह की शोध पत्र और रिसर्च सामने आ रही है जिससे सागर और मेडिकल कॉलेज दोनों का नाम रोशन हो रहा है.
सुमित वर्मा, News18 में 4 सालों से एसोसिएट एडीटर पद पर कार्यरत हैं. बीते 3 दशकों से सक्रिय पत्रकारिता में अपनी अलग पहचान रखते हैं. देश के नामचीन मीडिया संस्थानों में सजग जिम्मेदार पदों पर काम करने का अनुभव. प…और पढ़ें
सुमित वर्मा, News18 में 4 सालों से एसोसिएट एडीटर पद पर कार्यरत हैं. बीते 3 दशकों से सक्रिय पत्रकारिता में अपनी अलग पहचान रखते हैं. देश के नामचीन मीडिया संस्थानों में सजग जिम्मेदार पदों पर काम करने का अनुभव. प… और पढ़ें