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MPPSC Result: शुभम ने यह भी बताया कि एमपीपीएससी की तैयारी के दौरान उन्हें मध्य प्रदेश सरकार की सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना के तरह राशि भी मिली, जिससे तैयार में काफी मदद मिली. उन्होंने इस मदद के लिए शासन को धन्यवाद दिया.
पिछले 9 साल से शुभम इस परीक्षा की तैयारी कर रहे थे. पांच बार असफलता हाथ लगी लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी. वह रोजाना 6 से 7 घंटे पढ़ाई करते थे और परीक्षा के समय इसे बढ़ाकर 14 घंटे कर दिया. इस दौरान मोबाइल से दूरी बनाई और पूरी तरह पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित किया. उनकी मेहनत और आत्मविश्वास का ही नतीजा है कि छठवें प्रयास में सफलता ने उनके कदम चूमे.
पूरे गांव में जश्न का माहौल
एमपीपीएससी रिजल्ट आने के बाद शुभम का गांव जश्न में डूब गया. भव्य जुलूस निकाला गया और परिजनों ने मिठाइयां बांटीं. पूरे जिले में इस उपलब्धि की चर्चा है. शुभम ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता और मित्रों को दिया. उन्होंने कहा कि उनके पिता ने हमेशा उन्हें प्रेरित किया कि जैसे खेती में मौसम का उतार-चढ़ाव आता है, कभी फायदा तो कभी नुकसान होता है, वैसे ही जीवन में असफलता और सफलता आती है लेकिन प्रयास कभी नहीं छोड़ना चाहिए.
सरकारी योजना से मिली मदद
शुभम ने यह भी बताया कि एमपीपीएससी की तैयारी के दौरान उन्हें मध्य प्रदेश सरकार की सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना के तरह राशि भी मिली, जिससे तैयार में काफी मदद मिली. उन्होंने इस मदद के लिए शासन को धन्यवाद दिया और कहा कि इस प्रकार की योजनाओं से उनके जैसे युवाओं को तैयारी में मदद मिलती है, जिससे पढ़ाई की राह में आर्थिक बोझ रुकावट नहीं बनता.
राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.
राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.