किसान के बेटे की 9 साल की मेहनत, 6वें प्रयास में डिप्टी कलेक्टर बने शुभम

किसान के बेटे की 9 साल की मेहनत, 6वें प्रयास में डिप्टी कलेक्टर बने शुभम


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MPPSC Result: शुभम ने यह भी बताया कि एमपीपीएससी की तैयारी के दौरान उन्हें मध्य प्रदेश सरकार की सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना के तरह राशि भी मिली, जिससे तैयार में काफी मदद मिली. उन्होंने इस मदद के लिए शासन को धन्यवाद दिया.

खरगोन. सपनों को पूरा करने के लिए धैर्य और निरंतर प्रयास कितना जरूरी है, इसका उदाहरण मध्य प्रदेश के खरगोन के शुभम मुछाला से बेहतर कोई और नहीं हो सकता. किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले शुभम ने एमपीपीएससी 2024 परीक्षा (MPPSC Result 2024) में प्रदेश में चौथी रैंक हासिल कर डिप्टी कलेक्टर बनने का सपना साकार किया है. यह सफलता उन्हें छठवें प्रयास में मिली है. पांच बार असफल होने के बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और लगातार मेहनत करते रहे. उनकी इस उपलब्धि से न केवल परिवार बल्कि पूरे जिले में खुशी का माहौल है.

शुभम मुछाला के पिता मोहनलाल मुछाला गांव भोगावां सिपानी में खेती करते हैं. बचपन से ही पढ़ाई में होनहार शुभम ने सनावद से 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई की और इंदौर से स्नातक उपाधि प्राप्त की. पढ़ाई के साथ-साथ वह पिता के साथ खेतों में भी काम करते थे. किसान परिवार की चुनौतियों के बीच पढ़ाई करना और लगातार असफलताओं से जूझना आसान नहीं था लेकिन शुभम ने धैर्य और लगन से इसे पूरा किया.
परीक्षा के समय रोजाना 14 घंटे पढ़ाई
पिछले 9 साल से शुभम इस परीक्षा की तैयारी कर रहे थे. पांच बार असफलता हाथ लगी लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी. वह रोजाना 6 से 7 घंटे पढ़ाई करते थे और परीक्षा के समय इसे बढ़ाकर 14 घंटे कर दिया. इस दौरान मोबाइल से दूरी बनाई और पूरी तरह पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित किया. उनकी मेहनत और आत्मविश्वास का ही नतीजा है कि छठवें प्रयास में सफलता ने उनके कदम चूमे.

पूरे गांव में जश्न का माहौल
एमपीपीएससी रिजल्ट आने के बाद शुभम का गांव जश्न में डूब गया. भव्य जुलूस निकाला गया और परिजनों ने मिठाइयां बांटीं. पूरे जिले में इस उपलब्धि की चर्चा है. शुभम ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता और मित्रों को दिया. उन्होंने कहा कि उनके पिता ने हमेशा उन्हें प्रेरित किया कि जैसे खेती में मौसम का उतार-चढ़ाव आता है, कभी फायदा तो कभी नुकसान होता है, वैसे ही जीवन में असफलता और सफलता आती है लेकिन प्रयास कभी नहीं छोड़ना चाहिए.

सरकारी योजना से मिली मदद
शुभम ने यह भी बताया कि एमपीपीएससी की तैयारी के दौरान उन्हें मध्य प्रदेश सरकार की सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना के तरह राशि भी मिली, जिससे तैयार में काफी मदद मिली. उन्होंने इस मदद के लिए शासन को धन्यवाद दिया और कहा कि इस प्रकार की योजनाओं से उनके जैसे युवाओं को तैयारी में मदद मिलती है, जिससे पढ़ाई की राह में आर्थिक बोझ रुकावट नहीं बनता.

Rahul Singh

राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.

राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.

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