देवास पुलिस ने पुराने और स्क्रैप हो चुके वाहनों को अवैध रूप से पंजीकृत करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का खुलासा किया है। पुलिस ने राजस्थान के चार शातिर आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए 24 बसें जब्त की हैं, जिनकी कुल कीमत करीब 7 करोड़ रुपए है।
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इस गिरोह ने पुराने वाहनों को स्क्रैप घोषित किए जाने के बावजूद, दूसरे राज्यों से फर्जी तरीके से NOC (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) बनवाकर मध्यप्रदेश में दोबारा पंजीकरण कराया जा रहा था। मामले में एक बड़े नेटवर्क के खुलासे की संभावना है।
सिरोल्या में छेड़छाड़ की सूचना से हुआ खुलासा
8 सितंबर 2025 को बरोठा पुलिस को सूचना मिली कि ग्राम सिरोल्या स्थित सिंगाजी मंदिर के पास दो संदिग्ध व्यक्ति एक बस के इंजन और चैचिस नंबर से छेड़छाड़ कर रहे हैं। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने मौके पर दबिश दी और दो आरोपियों सद्दाम हुसैन और असरफ को पकड़ लिया।
पूछताछ में दोनों ने खुलासा किया कि वे राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के रहने वाले हैं और यह काम राकेश गांधी नामक व्यक्ति के कहने पर करते हैं। राकेश गांधी इस गिरोह का सरगना है जो अन्य राज्यों से पुराने वाहनों की NOC फर्जी तरीके से बनवाकर मध्यप्रदेश में उनका अवैध पंजीकरण करवाता है।
गिरोह के बाकी दो सदस्य भी पकड़ाए
सद्दाम और असरफ की जानकारी पर गिरोह के अन्य दो सदस्यों समीर उर्फ संजय और इसराज को भी गिरफ्तार किया गया। चारों आरोपी भीलवाड़ा, राजस्थान के रहने वाले हैं।
इन धाराओं में मामला दर्ज, भारी मात्रा में सामान जब्त
आराेपियाें पर थाना बरोठा में केस दर्ज कर तहत कार्रवाई की गई। आरोपियों के पास से 24 अवैध बसें और एक कार समेत कुल करीब 7 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की गई है।

यह सामग्री हुई जब्त
- 24 बसें
- एक हुंडई कार (RJ51 CA 2696)
- पिन मशीन
- कंप्रेसर पाइप
- कंट्रोलर (AMA)
- एडॉप्टर
- लेनोवो लैपटॉप
- ग्राइंडर, वायर, एक्सटेंशन बोर्ड सहित अन्य उपकरण
पुलिस का कहना है कि यह एक संगठित गिरोह है जो कई राज्यों में सक्रिय हो सकता है। मामले की जांच जारी है और अन्य कड़ियों की तलाश की जा रही है।