मेंटेनेंस के बाद भी ट्रिपिंग: 10 दिन में रिकॉर्ड 124 बार ट्रिप से बंद हुई बिजली की सप्लाई – Gwalior News

मेंटेनेंस के बाद भी ट्रिपिंग:  10 दिन में रिकॉर्ड 124 बार ट्रिप से बंद हुई बिजली की सप्लाई – Gwalior News


बीते वर्ष 1 से 10 सितंबर के बीच 65 बार ट्रिपिंग हुई रोजाना फीडर का मेंटेनेंस फिर भी बिजली गुल

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रोजाना शहर में 5 से 6 घंटे तक बिजली सप्लाई बंद रखकर कई फीडर क्षेत्रों में मेंटेनेंस के बाद भी बिजली सप्लाई सिस्टम बार-बार फेल हो रहा है। शहरवासियों को अधिकारी-कर्मचारियों की मनमानी के कारण ट्रिपिंग के कारण भी कई-कई घंटे तक बिजली कटौती सहन करनी पड़ रही है। अगस्त के बाद लगातार सितंबर में ये ट्रिपिंग रिकॉर्ड बना रही है।

स्थिति यह है कि पिछले वर्ष की तुलना में 1 से 10 सितंबर के बीच ग्वालियर शहर में इस वर्ष 124 बार बिजली सप्लाई सिर्फ ट्रिपिंग से बंद हुई है। पिछले वर्ष 1 से 10 सितंबर के बीच ये ट्रिपिंग 65 बार हुई थी। इतना ही नहीं बीते अगस्त में ट्रिपिंग का आंकड़ा 110 पर पहुंच गया था।

ट्रिपिंग के यह आंकड़े शहरी क्षेत्र में स्थित 33 केवी के 37 फीडरों के हैं। आंकड़े बता रहे हैं कि सही मेंटेनेंस के अभाव में बिजली सप्लाई सिस्टम बार-बार ट्रिप हो रहा है और लोगों की परेशानियों के बीच बिजली कंपनी के अफसर इसमें सुधार नहीं कर रहे।

सबसे ज्यादा ट्रिपिंग महाराजपुरा, मुरार व कंपू एरिया में हुई

शहर में 33 केवी के 37 फीडर हैं। जिनसे बिजली सप्लाई होती है। 1 सितंबर से 10 सितंबर तक जो 124 बार ट्रिपिंग हुई है। उससे कई फीडर पर सप्लाई बार-बार बंद हुई है। इस ट्रिपिंग से ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में महाराजपुरा, मुरार, कंपू, लक्ष्मीगंज क्षेत्र हैं। इन फीडरों से जुड़े क्षेत्रों में 8 से 14 बार ट्रिपिंग होने से सप्लाई ठप हुई।

बिजली कंपनी ने अपने एनालिसिस में पाया कि ये ट्रिपिंग पिछले वर्ष सितंबर 2024 (1 से 10 तारीख तक) की तुलना में काफी ज्यादा है। उन दिनों में 65 बार 33 केवी के फीडर ट्रिपिंग के कारण बंद हुए थे और इस बार ये संख्या 124 हो गई। पिछले महीने अगस्त में ये बड़े फीडर 110 बार ट्रिपिंग का शिकार होकर बंद हुए।

ट्रिपिंग का कारण सप्लाई लाइनें व अन्य उपकरण में होने वाले फॉल्ट होते हैं। जैसे किसी जगह पर लाइनें पेड़ या फिर दूसरे अवरोधक सप्लाई सिस्टम को घेरे हैं। तो उनमें ट्रिपिंग व फॉल्ट जल्दी होते हैं। इन अवरोधों को दूर करने के लिए कंपनी मेंटेनेंस के लिए सप्लाई बंद करती है। लेकिन उसके बाद भी मेंटेनेंस सार्थक साबित नहीं हो पा रहा।

एक्सपर्ट– पीके तिवारी, रिटायर्ड जीएम/विद्युत वितरण कंपनी

मेंटेनेंस पर फोकस करें, ट्रिपिंग रुकेगी जब किसी एक फीडर की लाइन के कारण ट्रिपिंग होती है तो उससे जुड़े दूसरे फीडरों पर भी सीधा असर पड़ता है। जिस वजह से ट्रिपिंग से प्रभावित फीडर और एरिया का दायरा बढ़ जाता है। ट्रिपिंग रोकने के लिए जरुरी है कि जो मेंटेनेंस किया जा रहा है उस दौरान सप्लाई लाइन और उपकरणों से बाधाओं को गंभीरता के साथ दूर किया जाए। जब भी सप्लाई सिस्टम इन बाधाओं से घिरा रहता है तो ट्रिपिंग होती है। इसके लिए मैदानी अमले की मॉनिटरिंग सख्त होना जरुरी है।

आज 11 केवी के 14 फीडर का मेंटेनेंस बिजली कंपनी गुरुवार को 11 केवी के 14 फीडर पर मेंटेनेंस करेगी। इनमें तिघरा, एबी रोड, लक्ष्मीगंज, जनकगंज, बेलदारपुरा, लाला का बाजार, आपागंज, वर्कशॉप, महादजी नगर, शीतला माता, तानसेन नगर, घोसीपुरा, सत्यनारायण का मोहल्ला और रानीपुरा फीडर शामिल हैं। इस मेंटेनेंस के चलते इन फीडर से जुड़े करीब 80 हजार घर-दुकान एवं अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान की सप्लाई प्रभावित होगी। इन फीडर के मेंटेनेंस के चलते सुबह 10 से लेकर दोपहर 3 बजे तक इन फीडर के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में बिजली गुल रहेगी।



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