60 मिनट-6 ईमेल और बंद कमरा…मीटिंग की इनसाइड स्टोरी, जिसके बाद बैकफुट पर PAK

60 मिनट-6 ईमेल और बंद कमरा…मीटिंग की इनसाइड स्टोरी, जिसके बाद बैकफुट पर PAK


दुबई: क्या पाकिस्तान एशिया कप से हट जाएगा? क्या पाकिस्तान एशिया कप में बरकरार रहेगा? यूएई में पिछले कुछ दिन क्रिकेट से ज्यादा यही अटकलबाजी छाई रही. कयासों का दौर यूएई के खिलाफ बीती रात होने वाले मैच से चंद घंटे पहले तक जारी था. भारी ड्रामे के बीच पाकिस्तानी टीम मैच खेलने आई और मुकाबला जीतकर अब सुपर-फोर के लिए क्वालीफाई भी कर चुकी है. मगर सवाल ये उठता है कि मैच एक घंटे देरी से क्यों शुरू हुआ? उस बंद कमरे की मीटिंग में कौन-कौन था? वहां क्या बातचीत हुई? चलिए आपको सिलसिलेवार तरीके से सारा घटनाक्रम समझाते हैं.

पाकिस्तान-यूएई के मैच में टॉस से पहले काफी ड्रामा, ढेरों ईमेल, फोन कॉल, बातचीत और आरोप-प्रत्यारोप हुए क्योंकि मोहसिन नकवी की अगुवाई वाली पीसीबी आचार संहिता के उल्लंघन के कारण मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट को हटाने पर अड़ी थी.

मीटिंग की फोटो
हालात और भी बदतर तब हो गए जब टीम ने यूएई के खिलाफ मैच के लिए निर्धारित समय पर स्टेडियम जाने के लिए टीम बस में सवार न होने का फैसला किया और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी), अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) और एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के बीच बातचीत के कारण मैच एक घंटे की देरी से शुरू हुआ, लेकिन जब दोनों कप्तान टॉस के लिए लाइन में खड़े हुए तो मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट वहीं मौजूद थे.

भारत-पाकिस्तान मैच के एक दिन बाद 15 सितंबर को आईसीसी को लिखे अपने पहले ईमेल में पीसीबी ने ‘टॉस के दौरान की घटना’ का जिक्र किया, जहां उनके मुताबिक आचार संहिता का उल्लंघन हुआ. उन्होंने मैच रेफरी पाइक्रॉफ्ट की भूमिका पर सवाल उठाए क्योंकि दोनों कप्तानों सूर्यकुमार यादव और सलमान आगा ने हाथ नहीं मिलाया था. आईसीसी तुरंत इस मामले की जांच के लिए तैयार हो गया और पूरी जांच के बाद पीसीबी को अपने जवाब में बतााय कि पाइक्रॉफ्ट ने किसी भी आचार संहिता का उल्लंघन नहीं किया.

टॉस के दौरान पाइक्रॉफ्ट
इसके अलावा, यह भी बताया गया कि वह टॉस के समय हाथ न मिलाने के संबंध में नकवी की अध्यक्षता वाली एसीसी से मिले निर्देशों का पालन कर रहे थे. आईसीसी ने आगे बताया कि पाइक्रॉफ्ट ने स्थिति को अच्छी तरह से संभाला और सुनिश्चित किया कि लाइव टेलीविजन पर कोई असहज स्थिति न हो. हालांकि पीसीबी इस जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ और उसने पाइक्रॉफ्ट को हटाने की मांग कर डाली. साथ में धमकी भी दी कि अगर पाइक्रॉफ्ट को पाकिस्तान के मैच से नहीं हटाया गया तो वे टूर्नामेंट छोड़ देंगे.

ICC ने अपना रुख बरकरार रखा और दोहराया कि पाइक्रॉफ्ट किसी भी आचार संहिता के उल्लंघन के लिए दोषी नहीं है और जोर देकर कहा कि वे किसी भी टीम की मांग के अनुसार अधिकारियों को नहीं बदल सकते क्योंकि यह एक खतरनाक मिसाल कायम करेगा.

मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट
जब पीसीबी की धमकी काम नहीं आई तो एसीसी ने भी उसी अनुरोध के साथ हस्तक्षेप किया, लेकिन ICC अपने रुख से टस से मस नहीं हुआ. अब पीसीबी ने नहीं चाल चली. 15 और 16 तारीख को उसके मेल में टॉस वाली बात की घटना थी. लेकिन अब 17 तारीख को नया मेल करते हुए कहा कि  भारत के खिलाफ मैच के दौरान और मैच खत्म होने के बाद आचार संहिता का उल्लंघन हुआ था और फिर से पाइक्रॉफ्ट की भूमिका पर सवाल उठाया.

इस पूरे नाटक के बीच पाइक्रॉफ्ट ने एक सुझाव दिया और पाकिस्तानी कप्तान आगा और मैनेजर नवीद अकरम चीमा के साथ मीटिंग बुलाई. मैच रेफरी के रूम में पाकिस्तानी कोच माइक हेसन भी मौजूद थे और बताया जा रहा है कि पाइक्रॉफ्ट ने पाकिस्तानी टीम से संभावित गलतफहमी के बारे में बात की. पीसीबी ने अपने बयान में दावा किया कि पाइक्रॉफ्ट ने माफी मांगी जबकि एक विश्वसनीय सूत्र का कहना है, ‘माफी मांगने का कोई सवाल ही नहीं था. खासकर ऐसे व्यक्ति से जिसने कोई ग़लती नहीं की.’

इस मीटिंग का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, लेकिन ऑडियो को म्यूट कर दिया गया है. पाकिस्तान की ओर से कुल छह ईमेल भेजे गए. काफी बातचीत हुई, लेकिन सिर्फ एक चीज बदली और वह थी पाकिस्तान-यूएई मैच का शुरुआती समय. इस मैच में एंडी पाइक्रॉफ्ट ही मैनेजर थे और टूर्नामेंट में आगे भी वह अपनी जिम्मेदारी निभाते रहेंगे.



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