सांप दिखने पर क्या करें?
अगर घर में, खेत में या जंगल में अचानक सांप दिखाई दे, तो सबसे पहले जितना हो सके शांत रहें. घबराकर भागना सही नहीं क्योंकि तेज भागने पर सांप के डर या आक्रोश की वजह से काटने की संभावना बढ़ जाती है. सबसे अच्छा तरीका है धीरे-धीरे और सावधानी से उस स्थान से दूर चले जाना. कोशिश करें कि सांप का ध्यान भटक जाए और वह खुद दूर चला जाए. ध्यान रखें, सांप सामान्यतः इंसानों पर हमला नहीं करते जब तक उन्हें खतरा महसूस न हो.
डॉक्टर योगेश शर्मा बताते है कि सांप के काटने का सबसे पहला संकेत उस जगह पर दो छेद जैसे निशान का बनना होता है. इसके अलावा वहाँ तेज दर्द, सूजन, लालिमा और जलन भी शुरू हो जाती है. विषैले सांप के काटने पर कुछ खास लक्षण भी दिखाई देते हैं, जैसे:
धुंधला दिखना
मांसपेशियों में कमजोरी
निगलने में कठिनाई
मुंह में अजीब स्वाद
उल्टी या चक्कर आना
इन लक्षणों के दिखने में कुछ घंटे भी लग सकते हैं, इसलिए किसी भी संदेह की स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना आवश्यक होता है. खुद से इलाज करने की कोशिश न करें क्योंकि इससे स्थिति और खराब हो सकती है.
डॉक्टर योगेश शर्मा ने कहा सांप के काटने पर सबसे जरूरी बात यह है कि अत्यधिक चलने-फिरने से बचें. जितना हो सके शांत रहें और सुरक्षित स्थान पर बैठ जाएं. भागने या घबराने से शरीर में जहर तेजी से फैल सकता है.
सबसे पहले अंगूठी, घड़ी या टाइट कपड़े जैसे तंग कपड़े तुरंत हटा दें, ताकि सूजन होने पर रक्त प्रवाह में रुकावट न आए. उसके बाद उस स्थान को साबुन और साफ पानी से अच्छी तरह धो लें.
इसके बाद सबसे महत्वपूर्ण कदम है पट्टी बांधना. यह प्रक्रिया जहर को फैलने से रोकने के लिए की जाती है. लेकिन ध्यान रहे कि पट्टी न तो बहुत टाइट हो और न ही बहुत ढीली. इसे मध्यम कसाव से बांधना चाहिए ताकि लिंफेटिक नसे दब जाएं, परंतु धमनियों (Arteries) पर असर न पड़े.
लिंफेटिक नसे शरीर में विषैले तत्वों को बाहर निकालने का काम करती हैं. इसी के माध्यम से सांप का जहर भी शरीर में फैलता है. इसलिए पट्टी को नीचे से ऊपर की दिशा में बांधना चाहिए ताकि जहर का फैलाव रोका जा सके. धमनियों के बंद हो जाने से अंगों में ऑक्सीजन का प्रवाह रुक सकता है, जिससे अंग खराब हो सकते हैं. इसलिए सही तकनीक से पट्टी बांधना बेहद जरूरी होता है.
अस्पताल कैसे पहुँचें?
सांप के काटने के तुरंत बाद प्राथमिक उपाय करने के बाद सबसे जरूरी कदम है शीघ्र से शीघ्र अस्पताल पहुंचना. अगर संभव हो तो एम्बुलेंस बुलाएं. अस्पताल पहुँचने तक पट्टी लगाए रखना जरूरी है ताकि जहर का प्रसार रुक सके. इस दौरान घबराएं नहीं और शरीर के प्रभावित अंग को दिल की ऊँचाई से थोड़ा नीचे रखें. यदि साथ में कोई साथी हो तो उसे शांत रहने की सलाह दें और प्राथमिक मदद में मदद करें.
क्या न करें?
कभी भी काटे हुए हिस्से को काटने या चूसने की कोशिश न करें
घरेलू उपाय जैसे शराब या नींबू नहीं लगाएं
गर्म सेकाई न करें
तेज भागने से बचें
इन गलत उपायों से स्थिति और बिगड़ सकती है.