भिंड कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करते कांग्रेसी।
भिण्ड में किसानों की खाद संकट और जनसमस्याओं को लेकर शुक्रवार को जिला एवं शहर कांग्रेस कमेटी ने कलेक्टर कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान कांग्रेसी नेताओं ने महामहिम राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा।
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कांग्रेस ने आरोप लगाया कि प्रदेश की भाजपा सरकार किसानों की समस्याओं को लेकर पूरी तरह असंवेदनशील है और केवल सत्ता में बने रहने के लिए राजनीति कर रही है।
कांग्रेस नेताओं ने ज्ञापन में कहा कि खाद वितरण व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है। किसानों और महिलाओं को घंटों लाइनों में खड़े रहना पड़ रहा है, वहीं ब्लैक मार्केटिंग भी जोरों पर है। इसके बावजूद प्रशासन और सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठा रही।
कांग्रेस नेताओं ने याद दिलाया कि 15 सितम्बर को खाद न मिलने से मजबूर किसानों को नेशनल हाईवे पर चक्काजाम करना पड़ा था, लेकिन आश्वासन के बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष रामशेष बघेल और शहर कांग्रेस अध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह भदौरिया उर्फ पिन्की ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार ने किसानों के संवैधानिक अधिकार छीनने का काम किया है। उन्होंने मांग की कि गाँव-गाँव की सोसायटियों के माध्यम से टोकन वितरण व्यवस्था लागू की जाए और वहीं से खाद उपलब्ध कराई जाए, ताकि ब्लैक मार्केटिंग पर रोक लग सके।
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेसियों ने कहा कि वर्ष 2018 में प्रारंभ हुआ 200 करोड़ रुपए की लागत का टाटा वाटर प्रोजेक्ट 2020 में पूरा होना था, लेकिन आज तक शहर की जनता को पानी की सप्लाई नहीं मिल पाई है।
पाइपलाइन और मीटर लगने के बावजूद पानी की एक बूंद घरों तक नहीं पहुंची। कांग्रेस ने नगर पालिका परिषद की निष्क्रियता पर भी सवाल उठाए और सीवरलाइन कार्य में तेजी लाने की मांग की।
कांग्रेस ने चेतावनी दी कि यदि किसानों और आम जनता की समस्याओं का तत्काल समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन और उग्र रूप लेगा। इस अवसर पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. राधेश्याम शर्मा, मनोज दैयपुरिया समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।