चार दिनों में 255.1 ओवर फेंके गए, सिर्फ़ 13 विकेट गिरे,117 प्रति विकेट बने रन

चार दिनों में 255.1 ओवर फेंके गए, सिर्फ़ 13 विकेट गिरे,117 प्रति विकेट बने रन


नई दिल्ली.  भारत ए बनाम ऑस्ट्रेलिया ए पहला अनौपचारिक टेस्ट ड्रॉ पर समाप्त हुआ. चार दिन तक रन बनाने के बाद,दोनों टीमों ने लखनऊ के इकाना क्रिकेट स्टेडियम में हाथ मिलाया. खेल का सबसे बड़ा मुद्दा मैच नहीं, बल्कि लाइव कवरेज का न होना था ऐसे दौर में जहाँ ‘स्कोरकार्ड व्यापारी’ शब्द का इस्तेमाल उन क्रिकेट प्रशंसकों का मज़ाक उड़ाने के लिए किया जाता है जो खिलाड़ियों का आकलन उनके पिछले या मौजूदा मैचों के आंकड़ों के आधार पर करते हैं, हर कोई स्कोरकार्ड व्यापारी बन गया. लेकिन एक बात तय थी पिच बल्लेबाज़ों के लिए अनुकूल थी चार दिनों में 255.1 ओवर फेंके गए और सिर्फ़ 13 विकेट गिरे यानी 117 प्रति विकेट या 19.3 ओवर.

4 दिन के खेल में सिर्फ रनों की बारिश में इकाना स्टेडियम  गेंदबाजों का ग्रुप भीगता रहा और फैंस के साथ साथ क्रिकेट एक्सपर्ट्स के जेहन में ये बड़ा सवाल रहा कि ऐसे मैच से हासिल क्या हुआ. भारतीय टीम अपनी सरजमीं पर आखिराी बार न्यूजीलैंड से टेस्ट खेला और हार गया था और इस लिहाज से टीम वो फॉर्मूला ढूढना चाहती जिसमें वो फेल रहे.

प्रसिद्ध कृष्णा की पिटाई

इकाना की पिच पर गेंदबाज़ी मुश्किल थी और चार दिन में प्रसिद्ध कृष्णा और तनुश कोटियन को इसका एहसास हुआ. दोनों ने मैच में कोई विकेट नहीं लिया, लेकिन रन लुटाए बेशुमार यह देखते हुए कि प्रसिद्ध इंग्लैंड में भारत के प्रमुख तेज़ गेंदबाज़ों में से एक थे, उनका खराब प्रदर्शन लगभग दो हफ़्ते बाद शुरू होने वाली वेस्टइंडीज़ टेस्ट सीरीज़ के लिए अच्छा संकेत नहीं है इंग्लैंड में प्रसिद्ध के लिए नियंत्रण एक मुद्दा था और अब भी यह मुद्दा बना हुआ है

हर्ष दुबे ले पाए विकेट

भारत के लिए हर्ष दुबे ने सबसे ज़्यादा 3 विकेट लिए वहीं हरनूर बरार सबसे किफायती गेंदबाज़ रहे, लेकिन पहली पारी में उन्होंने भी 4.60 रन प्रति ओवर की दर से रन दिए इससे पता चलता है कि यह बल्लेबाज़ी के लिए कितना अच्छा ट्रैक था. सैम कोंस्टास, जिन्होंने वेस्टइंडीज़ के खिलाफ 6 पारियों में सिर्फ़ 50 रन बनाए थे वो शतक लगाते है जोश फिलिप भी तिहरे अंक तक पहुँचे.

श्रेयस अय्यर नाकाम 
लखनऊ में भारतीय बल्लेबाज़ भी पीछे नहीं रहे अभिमन्यु ईश्वरन, एन जगदीशन और साई सुदर्शन, सभी ने शुरुआत की, लेकिन शतक नहीं बना पाए बाद के दो बल्लेबाज़ों ने ज़रूर अर्धशतक जड़े. देवदत्त पडिक्कल ने शानदार 150 रन बनाए, जबकि श्रेयस अय्यर एकमात्र बल्लेबाज़ रहे जो दहाई का आंकड़ा भी छू पाए.सरफराज खान की चोट और पिछले रणजी ट्रॉफी सत्र में उनके रिकॉर्ड को देखते हुए श्रेयस के लिए टेस्ट में वापसी का रास्ता खुल रहा था, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ए और दलीप ट्रॉफी के खिलाफ असफलता का मतलब यह हो सकता है कि 30 वर्षीय खिलाड़ी फिलहाल दौड़ से बाहर हो सकता है.

जुरेल का रहा जलवा

इंग्लैंड में ऋषभ पंत के बैकअप के तौर पर खेलने वाले ध्रुव जुरेल ने वेस्टइंडीज के खिलाफ छठे नंबर पर खेलने के लिए मजबूत दावेदारी पेश की. करुण नायर और साई सुदर्शन ने उस स्थान पर बल्लेबाजी की थी, लेकिन दोनों को अपेक्षित परिणाम नहीं मिले. जुरेल, जिन्होंने इस साल की शुरुआत में इंग्लैंड ए के खिलाफ चारों पारियों में अर्धशतक जड़ा था, ने ऑस्ट्रेलिया में ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ भी अच्छा प्रदर्शन किया.
वह कुछ समय से टेस्ट टीम में जगह बनाने की कोशिश में थे, लेकिन पंत की चोट से वापसी ने दुर्भाग्य से उन्हें बाहर रखा है. लेकिन अब, जुरेल दिखा रहे हैं कि वह एक बल्लेबाज के तौर पर भी टीम में जगह बनाने के लिए काफी अच्छे हैं. वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट मैचों के लिए पंत की जगह पक्की नहीं होने के बावजूद, उनका शानदार फॉर्म शुभमन गिल की युवा भारतीय टीम के लिए एक अच्छा संकेत है.



Source link