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India vs West Indies Test Series: एशिया कप 2025 के बाद शुभमन गिल की कप्तानी में भारत वेस्टइंडीज से टेस्ट सीरीज खेलेगा. देवदत्त पडिक्कल, ध्रुव जुरेल, कुमार कार्तिकेय, सारांश जैन, यश राठौड़ पर चयनसमिति की नजरें रहेंगी. इन क्रिकेटर्स ने हाल ही में घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है.
नई दिल्ली. एशिया कप 2025 के बाद शुभमन गिल की कप्तानी वाली भारतीय टीम को वेस्टइंडीज के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज में उतरना है. पहले मैच दो अक्टूबर से अहमदाबाद और फिर दूसरा मैच 10 अक्टूबर से दिल्ली में खेला जाएगा. अभी इस टेस्ट सीरीज के लिए टीम का ऐलान नहीं किया गया है.

हाल ही में दलीप ट्रॉफी खेली गई. वहीं, इंडिया ए बनाम ऑस्ट्रेलिया ए दो मैचों की अनाधिकृत टेस्ट सीरीज का एक मैच भी हो चुका है. इन दो मैचों में चमके देवदत्त पडिक्कल, ध्रुव जुरैल, कुमार कार्तिके, सारांश जैन और यश राठौड़ जैसे क्रिकेटर्स पर चयनसमिति की नजरें रहेंगी. चलिए हम आपको इनके हालिया प्रदर्शन के बारे में बताते हैं.

देवदत्त पडिक्कल: कर्नाटक के स्टाइलिश ओपनर देवदत्त पडिक्कल ने घरेलू क्रिकेट और इंडिया ए मैचों में लगातार रन बनाए हैं. दलीप ट्रॉफी में उनकी ठोस बल्लेबाज़ी और तकनीक ने चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा है. इंडिया ए के खिलाफ उन्होंने 150 रन की पारी खेली. पडिक्कल की सबसे बड़ी ताकत है लंबी पारी खेलने की क्षमता. टेस्ट क्रिकेट में धैर्य और रन बनाने की भूख बेहद अहम होती है.

ध्रुव जुरेल: युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज़ ध्रुव जुरेल ने इंडिया ए बनाम ऑस्ट्रेलिया ए सीरीज में बेहतरीन प्रदर्शन किया. निचले क्रम में आकर उन्होंने टीम को कई बार मुश्किल से निकाला. उनकी विकेटकीपिंग में भरोसेमंद ग्लववर्क और बल्लेबाजी में जुझारूपन चयनकर्ताओं को प्रभावित कर रहा है. धोनी और ऋषभ पंत के बाद भारतीय टीम को ऐसे कीपर की तलाश है जो लंबे फॉर्मेट में खुद को साबित कर सके. ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ उन्होंने 140 रनों की पारी खेली.

कुमार कार्तिकेय: मध्य प्रदेश के स्पिनर कुमार कार्तिकेय ने हाल के सीजन में अपनी गेंदबाजी से खासा असर छोड़ा है. उनकी सबसे बड़ी ताकत है लंबे स्पैल डालने की क्षमता और पिच से मदद निकालना. कार्तिकेय नई और पुरानी दोनों गेंद से विकेट निकाल सकते हैं. दलीप ट्रॉफी फाइनल की दोनों पारियों में उन्होंने चार-चार विकेट निकाले.

सारांश जैन: मध्य प्रदेश के ऑलराउंडर सारांश जैन ने दलीप ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन करके सभी को चौंकाया है. उनकी बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों ही टीम के लिए उपयोगी साबित हो सकती हैं. उन्होंने पहली पारी में पाच और दूसरी पारी में तीन विकेट लिए. सारांश तीन अर्धशतक भी जड़े. वह टेस्ट जैसे लंबे फॉर्मेट में योगदान देने का माद्दा रखते हैं.

यश राठौड़: यश राठौड़ इस समय घरेलू क्रिकेट के सबसे चमकते सितारों में से एक हैं. हाल ही में उन्होंने 194 रनों की लाजवाब पारी खेली जिसने उन्हें सुर्खियों में ला दिया. राठौड़ की बल्लेबाजी में तकनीक और आक्रामकता का अनोखा मिश्रण है. वह पारी को संभाल भी सकते हैं और जरूरत पड़ने पर तेज रन भी बना सकते हैं. चयनकर्ता उन्हें भविष्य का टेस्ट स्टार मान रहे हैं. वेस्टइंडीज जैसी टीम के खिलाफ मौका देना उनकी क्षमता को परखने का बेहतरीन तरीका होगा और शायद भारत को अगला भरोसेमंद बल्लेबाज़ मिल जाए.