श्योपुर में ऑटो चालक यातायात नियमों का खुलेआम उल्लंघन कर रहे हैं, जिससे यात्रियों की जान जोखिम में पड़ रही है। प्रशासन और यातायात पुलिस की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने से स्थिति और बिगड़ती जा रही है। 31 अगस्त को पुलिस कंट्रोल रूम में एक विशेष बैठ
.
इस बैठक में अनुविभागीय अधिकारी पुलिस राजीव कुमार गुप्ता और यातायात थाना प्रभारी संजय सिंह राजपूत ने ऑटो चालकों को अपने दस्तावेज पूरे रखने, वर्दी और नेम प्लेट पहनने, ओवरलोडिंग न करने, शालीनता से व्यवहार करने, निर्धारित स्थानों पर पार्किंग करने और यूनिक कोड नंबर अंकित करवाने के निर्देश दिए थे। साथ ही यह चेतावनी भी दी गई थी कि नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
हालांकि, बैठक के 20 दिन बीत जाने के बाद भी शहर में जमीनी हकीकत बिल्कुल अलग है। ऑटो चालक खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। न तो वर्दी और नेम प्लेट का पालन हो रहा है और न ही यूनिक कोड नंबर अंकित करवाने की व्यवस्था। कई ऑटो चालक अब भी जहां-तहां वाहन खड़े कर यातायात व्यवस्था को बाधित कर रहे हैं।
सबसे बड़ी समस्या ओवरलोडिंग की है, जहां एक-एक ऑटो में क्षमता से दोगुनी सवारियां बैठाई जा रही हैं, जिससे यात्रियों की जान खतरे में पड़ रही है। इन लापरवाहियों के कारण मुख्य बाजार, बस स्टैंड और अस्पताल रोड जैसे संवेदनशील स्थानों पर रोजाना जाम की स्थिति बन रही है, और यात्री असुरक्षित सफर को झेलने को मजबूर हैं।
चौंकाने वाली बात यह है कि यातायात पुलिस की ओर से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। शहरवासी सवाल उठा रहे हैं कि जब पहले ही चेतावनी दी जा चुकी थी, तो फिर नियम तोड़ने वालों के खिलाफ चालानी कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है। पुलिस की यह निष्क्रियता ऑटो चालकों को और अधिक बेलगाम बना रही है।
शहरवासियों का कहना है कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई, तो किसी भी दिन बड़ी दुर्घटना हो सकती है। श्योपुर एसडीओपी राजीव गुप्ता ने बताया कि कार्रवाई करेंगे। ओटो चालकों पर कार्रवाई की जा रही है, चालान भी काट रहे है, आगे भी कार्रवाई करेंगे और नियमों का पालन करवाएंगे।