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PCB Responds to ICC Email: आईसीसी के सीईओ संजोग गुप्ता ने पीसीबी को PMOA कोड उल्लंघन पर पत्र लिखा था. इसपर अब पीसीबी ने जवाब दिया है. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने मीडिया मैनेजर की PMOA में एंट्री को नियमों के तहत अधिकृत बताया.

टीम मैनेजर को कैमरा इस्तेमाल करने की छूट: PCB
पीसीबी की हिमाकत इतनी ज्यादा बढ़ गई कि उन्होंने मेल में जवाब दिया कि आईसीसी के प्रोटोकॉल में टीम के मीडिया मैनेजर्स को कैमरे के इस्तेमाल की छूट भी दी गई है. पीसीबी ने यहां तक कहा कि अगर एसओपी का पालन नहीं हुआ तो सवाल मैच रैफरी से होना चाहिए कि उन्होंने एंटी-करप्शन यूनिट (ACU) अधिकारी को इसकी रिपोर्ट क्यों नहीं दी.
आईसीसी के ईमेल में यह स्पष्ट किया गया था कि ACU अधिकारी ने मीटिंग रूम के अंदर फोन ले जाने और संवेदनशील बातचीत रिकॉर्ड करने पर एतराज जताया था. बावजूद इसके पाकिस्तान का मीडिया मैनेजर मीटिंग को फिल्माता रहा. यही नहीं पीसीबी पर यह भी आरोप है कि उन्होंने मैच से पहले धमकी दी थी कि अगर उन्हें मीटिंग रिकॉर्ड करने की इजाजत नहीं मिली तो वे यूएई के खिलाफ मुकाबले का बहिष्कार कर देंगे.
खेद को माफी बताने पर भी आईसीसी ने जताई आपत्ति
आईसीसी को इस बात पर भी आपत्ति है कि पीसीबी ने प्रेस रिलीज जारी कर यह दावा किया कि रैफरी पायकॉफ्ट ने माफी मांगी है जबकि वास्तव में उन्होंने सिर्फ एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के वैन्यू मैनेजर की गलती पर खेद जताया था. आईसीसी का मानना है कि इस तरह का “भ्रामक बयान” और पायकॉफ्ट के खिलाफ कथित “अपमानजनक भाषा” कानूनी पचड़े में भी बदल सकती है.
पीसीबी पर दबाव
क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि लगातार विवाद खड़ा करके पीसीबी खुद को मुश्किल में डाल रहा है. आईसीसी की नाराजगी को देखते हुए इस पूरे मामले का भविष्य में गंभीर असर हो सकता है. अगर बोर्ड अपनी जिद पर अड़ा रहता है तो उस पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की तलवार लटक सकती है. कुल मिलाकर पीसीबी का दावा है कि उन्होंने कोई नियम नहीं तोड़ा लेकिन आईसीसी के आरोप और ACU अधिकारी की आपत्ति कुछ और कहानी बयान कर रहे हैं.
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और…और पढ़ें
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और… और पढ़ें