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Bhopal Tourist Place: भोपाल के आसपास वैसे तो घूमने की कई जगह मौजूद है. मगर हम आपको बताएंगे भोपाल के पास मौजूद 5 हिल स्टेशन, जो खूबसूरती में स्विट्जरलैंड को भी फैल कर देती है. इसमें कुछ जगह ऐसी है, जहां शानदार नजारा देखने को मिलता है.
जनापव जिसे जनापव कुटी के नाम से भी जाना जाता है, यह करीब 854 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एक पर्वत है और विंध्यांचल पर्वतमाला की सबसे ऊंची चोटी है. जनापव भोपाल से करीब 225 किलोमीटर दूर इंदौर जिले में स्थित है.

महू तहसील में जनापव, कुटी गांव के पास इंदौर-मुंबई राजमार्ग पर स्थित है. घने जंगलों से घिरा हुआ यह स्थान ट्रेकर्स के बीच काफी लोकप्रिय है. यदि आप भी एडवेंचर्स के शौकीन है और नई जगह जाना चाहते हैं तो ये एक बढ़िया जगह है.

भोपाल से करीब 226 किमी दूर पातालकोट एक घाटी है, जो घने जंगलों और ऊंचे-ऊंचे पेड़ों से घिरी हुई है. ट्रेकिंग और एडवेंचर लवर्स के लिए यह जगह एक बेहतरीन विकल्प है. यहां पहुंचकर आपको लगेगा कि आप प्रकृति की गोद में पहुंच गए हैं.

चारों ओर हरियाली से घिरा पातालकोट बारिश और सर्दी के मौसम में किसी जन्नत से कम नहीं लगता है. यदि पास के शहर की बात करें तो यहां से छिंदवाड़ा जिला सबसे नजदीक है. यहां शहर में घूमने और लोकल फूड चखने के लिए भी कई जगह मौजूद है.

भोपाल से करीब 200 किमी दूर नर्मदापुरम जिले में स्थित पचमढ़ी हिल स्टेशन को सतपुड़ा की रानी कहा जाता है. यह जगह बरसात और सर्दी के मौसम में किसी जन्नत से काम नहीं लगती है, जहां घूमने के लिए एक से बढ़कर एक जगह मौजूद है.

ऊंची पहाड़ियों से यहां का मनोरम दृश्य देखने को मिलता है. यह जगह कपल्स, परिवार और दोस्तों के साथ घूमने के लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन है. यहां बी फॉल्स, अप्सरा विहार और पांडव गुफाएं पर्यटकों को खूब आकर्षित करती हैं. पास में स्थित राष्ट्रीय उद्यान में आपको हरे-भरे जंगल और जंगली जानवर भी देखने को मिलेंगे.

भोपाल से करीब 65 किमी दूर अमरगढ़ वॉटरफॉल मानसून सीजन में और भी खूबसूरत हो जाता है. करीब 180 फीट ऊंचाई से गिरता यह झरना चारों तरफ हरियाली से घिरा है और परिवार या दोस्तों के साथ पिकनिक के लिए शानदार जगह है.

हालांकि बीते दिनों हादसों के चलते यहां प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए जाने पर मनाही कर दी है. मगर यहां का सुंदर नजारा पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है.

भोपाल से करीब 287 किमी दूर धार जिले में स्थित मांडू शहर को खुशियों का शहर भी कहा जाता है. विंध्याचल की खूबसूरत पर्वतमालाओं के बीच 2000 फीट की ऊंचाई पर बसा मांडू मालवा के परमारों द्वारा शासित रहा है.

मांडू शहर में जहाज महल, हिंडोला महल, रानी रूपमती मंडप और होशंगशाह का मकबरा जैसे कई सुंदर और प्रभावशाली स्मारक हैं. यह यहां की भव्यता और जीवन के आनंद को दर्शाते हैं.