हाईस्पीड एक्सप्रेस-वे कॉरिडोर के बनने के बाद दोनों शहरों के बीच की दूरी 45 से 50 किमी कम हो जाएगी. फिलहाल यह दूरी करीब 198 किमी है, जो कि घटकर करीब 148 किमी रह जाएगी. राज्य सरकार की सैद्धांतिक सहमति के बाद NHAI ने इसकी अलाइनमेंट डीपीआर मंजूरी के लिए सड़क परिवहन मंत्रालय को भेज दी है. मंजूरी मिलने के बाद एक्सप्रेस वे का मैदानी काम शुरू होगा.
भारतमाला हाईवे की तर्ज पर तैयार होगा कॉरिडोर
सिंहस्थ 2028 से पहले करेंगे पूरा
जबलपुर-भोपाल हाई स्पीड कॉरिडोर की भी योजना
भोपाल-इंदौर हाईस्पीड एक्सप्रेस-वे कॉरिडोर के अलावा जबलपुर से 4 हाई स्पीड कॉरिडोर का प्रस्ताव है. इसमें एक-एक महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ को जोड़ेगा, तो वहीं 2 कॉरिडोर यूपी को जोड़ने के लिए बनेंगे. जबलपुर से अंबिकापुर-वाराणसी और जबलपुर से प्रयागराज एमपी को यूपी से जोड़ेंगे. वहीं महाराष्ट्र के लिए जबलपुर से नागपुर कॉरिडोर प्रस्तावित है. लखनादौन से रायपुर हाईस्पीड कॉरिडोर छत्तीसगढ़ से जोड़ने के लिए बनाने की योजना है. इन 4 कॉरिडोर के अलावा जबलपुर-भोपाल हाई स्पीड कॉरिडोर की भी योजना बनाई जा रही है.