गमले का सही चुनाव करें
फूलगोभी उगाने के लिए सबसे पहले उपयुक्त गमला चुनना जरूरी है. बड़े आकार का प्लास्टिक या मिट्टी का गमला लें, जिसकी गहराई कम से कम 12 से 15 इंच हो. गमले में पानी निकासी के लिए छोटे-छोटे छेद जरूर बनवाएं ताकि पानी जमे नहीं और पौधा सड़ने से बचे.
फूलगोभी के लिए अच्छी मिट्टी जरूरी है. गमले में उपयोग के लिए दो भाग उपजाऊ गार्डन मिट्टी और एक भाग गोबर की खाद या कम्पोस्ट मिलाएं. अगर उपलब्ध हो तो पर्लाइट या वर्मी कंपोस्ट भी मिलाएं. यह मिश्रण फूलगोभी के लिए पोषक तत्वों से भरपूर रहेगा और पौधा स्वस्थ तरीके से बढ़ेगा.
बीज बोने का सही समय
फूलगोभी उगाने का सबसे अच्छा समय सर्दी का मौसम होता है. अक्टूबर से फरवरी के बीच में बीज बोने पर बेहतरीन परिणाम मिलते हैं. आप अच्छे क्वालिटी के फूलगोभी के बीज अपने नजदीकी कृषि केंद्र या ऑनलाइन स्टोर से खरीद सकते हैं.
गमले की मिट्टी को हल्का नम करें. फिर करीब दो सेंटीमीटर गहराई में बीज बो दें. बीजों के बीच में कम से कम 6 से 8 इंच की दूरी रखें ताकि पौधों को पर्याप्त जगह मिले. बीज बोने के बाद हल्का सा पानी छिड़कें ताकि मिट्टी अच्छी तरह से बीज को ढक ले. ध्यान रखें कि ज्यादा पानी न डालें, अन्यथा बीज सड़ सकते हैं.
पर्याप्त धूप और पानी
फूलगोभी को अच्छी वृद्धि के लिए प्रतिदिन कम से कम 5 से 6 घंटे धूप की जरूरत होती है. गमले को ऐसे स्थान पर रखें जहाँ सुबह या शाम की मध्यम धूप मिलती हो. पानी देने में भी संतुलन बनाएं, सप्ताह में 3 से 4 बार हल्के पानी से सिंचाई करें, लेकिन मिट्टी गीली न रहे. ध्यान दें, ज़्यादा पानी देने से पौधा खराब हो सकता है.
रासायनिक खाद और कीटनाशक के बजाय गोबर की खाद, वर्मी कंपोस्ट, नीम की खली जैसी जैविक खाद का उपयोग करें. नीम का स्प्रे कीट नियंत्रण में मददगार होता है. अगर पौधों पर पत्तियों पर कीड़े दिखाई दें तो हल्का नीम पानी का छिड़काव करें. इससे पौधा बिना हानि के स्वस्थ रूप से विकसित होता रहेगा.
समय-समय पर पौधों की देखभाल
फूलगोभी के पौधों को समय-समय पर नियमित रूप से जांचें. मुरझाए पत्ते तो हटा दें ताकि पौधा नए पत्तों पर ऊर्जा केंद्रित कर सके. इसके साथ ही पौधे के चारों ओर खरपतवार नहीं बढ़ने दें, ताकि पौधा स्वस्थ रूप से बढ़े.
लगभग 70 से 90 दिनों में आपकी फूलगोभी तैयार हो जाती है. जब फूलगोभी के सिर का आकार लगभग 15 से 20 सेंटीमीटर तक पहुंच जाए और वह सख्त हो जाए, तो उसे धीरे-धीरे काट लें. कटाई के बाद फूलगोभी को तुरंत उपयोग करें या फ्रिज में स्टोर करके कुछ दिनों तक रखा जा सकता है.
फायदे
घर पर उगाई हुई फूलगोभी न केवल हेल्दी होती है, बल्कि इसमें रासायनिक अवशेष भी नहीं होते हैं। इससे आपकी थाली ताजा, पोषण से भरपूर और स्वादिष्ट बनती है. साथ ही, आप पर्यावरण को भी रासायनिक प्रदूषण से बचा सकते हैं. घर पर उगाई गई सब्जी खाने से आपको संतोष भी मिलेगा कि यह पूरी तरह से जैविक और सुरक्षित है. अब से आप भी इन आसान उपायों को अपनाकर घर पर ही अपने गमले में ताजी, स्वस्थ और रासायनिक-मुक्त फूलगोभी उगा सकते हैं. समय-समय पर देखभाल करें और ताजगी का पूरा लाभ उठाएं. इससे आप अपने स्वास्थ्य का भी ख्याल रखेंगे और खाने का मजा भी बढ़ेगा.