पाकिस्तान टीम में मनोचिकित्सक की एंट्री, क्या पगला गए है टीम के खिलाड़ी ?

पाकिस्तान टीम में मनोचिकित्सक की एंट्री, क्या पगला गए है टीम के खिलाड़ी ?


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राहिल करीम मनोचिकित्सक हैं जिन्हें खिलाड़ियों की मदद के लिए टीम प्रबंधन में शामिल किया गया है. पाकिस्तान 14 सितंबर से विवादों में घिरा हुआ है जब भारतीय टीम ने उनसे हाथ मिलाने से इनकार कर दिया था. तब से, खिलाड़ी स्वाभाविक रूप से मैदान के बाहर जो कुछ भी हो रहा है, उससे प्रभावित हुए होंगे – एंडी पाइक्रॉफ्ट मुद्दे पर पीसीबी और आईसीसी के बीच टकराव और हाथ मिलाने का विवाद। 14 सितंबर को भारत से हारने के बाद, पाकिस्तान रविवार को दुबई में सुपर 4 मुकाबले में दूसरी बार भारत से भिड़ेगा.

मैच से पहले पाकिस्तान टीम में मनोचिकित्सक की इंट्री, पूर्व पीसीबी चीफ ने कहा इससे कुछ नहीं होगा
नई दिल्ली.  पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के पूर्व प्रमुख नजीम सेठी ने दावा किया है कि मनोचिकित्सक की नियुक्ति से टीम के लिए रातोंरात हालात नहीं बदलेंगे. उनकी यह टिप्पणी शनिवार को आई उन रिपोर्टों के बाद आई है जिनमें दावा किया गया था कि पीसीबी ने भारत बनाम पाकिस्तान मैच से पहले खिलाड़ियों के मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल के लिए एक पेशेवर मनोचिकित्सक को नियुक्त किया था. सेठी ने बताया कि मनोचिकित्सक पाकिस्तान के लिए क्यों किसी काम का नहीं होगा, उन्होंने खिलाड़ियों की शिक्षा से लेकर वर्जित विषयों तक, कई कारकों का हवाला दिया.

सबसे दिलचस्प बात यह है कि इनमें से कई विशेषज्ञ विदेश से प्रशिक्षित हैं. वे अंग्रेज़ी में बात करते हैं, जो हमारे खिलाड़ियों की भाषा नहीं है. उन्हें उर्दू या पश्तो में बात करनी पड़ती है. उनकी पृष्ठभूमि, उनकी कक्षा और उचित शिक्षा का अभाव एक और मुद्दा है. मनोचिकित्सक भी रातों-रात उन्हें कुछ नहीं सिखा सकते.

पगलाए पाकिस्तान के लिए मनोचिकित्सक !

राहिल करीम मनोचिकित्सक हैं जिन्हें खिलाड़ियों की मदद के लिए टीम प्रबंधन में शामिल किया गया है. पाकिस्तान 14 सितंबर से विवादों में घिरा हुआ है जब भारतीय टीम ने उनसे हाथ मिलाने से इनकार कर दिया था. तब से, खिलाड़ी स्वाभाविक रूप से मैदान के बाहर जो कुछ भी हो रहा है, उससे प्रभावित हुए होंगे – एंडी पाइक्रॉफ्ट मुद्दे पर पीसीबी और आईसीसी के बीच टकराव और हाथ मिलाने का विवाद। 14 सितंबर को भारत से हारने के बाद, पाकिस्तान रविवार को दुबई में सुपर 4 मुकाबले में दूसरी बार भारत से भिड़ेगा.

 मनोचिकित्सक से टीम का क्या होगा ?

नजम सेठी ने बताया कि उन्होंने पीसीबी प्रमुख के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान पाकिस्तान टीम के लिए भी यही रणनीति अपनाई थी, लेकिन वह विफल रही थी. पूर्व पीसीबी अध्यक्ष ने बताया कि उनकी संस्कृति में थेरेपी को कमज़ोरी या पागलपन की निशानी समझ लिया गया है. उन्होंने कहा कि ज़्यादातर मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ विदेश से प्रशिक्षित हैं और सिर्फ़ अंग्रेज़ी में ही बात कर सकते हैं, जिसे पाकिस्तानी खिलाड़ी समझ नहीं पाते. अभी दुबई में जो हालात बन गए है उसको देखते हुए नजम सेठी ने दावा किया कि कोई भी डॉक्टर इस वक्त टीम को ठीक नहीं कर सकता.

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