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Mithun Manhas set to become the 37th BCCI president: मिथुन मन्हास ने कोई इंटरनेशनल मैच नहीं खेला है.उन्होंने फर्स्ट क्लास मैचों में 27 शतकों की मदद से 9000 से ज्यादा रन बनाए हैं. मन्हास का बीसीसीआई का अगला अध्यक्ष बनना लगभग तय है. वह रोजर बिन्नी की जगह लेंगे.
बीसीसीआई (BCCI) के चुनावों को करीब से देख चुके एक अनुभवी क्रिकेट प्रशासक ने सटीक टिप्पणी की. इस अनुभवी प्रशासक ने पीटीआई से गोपनीयता की शर्त पर कहा, ‘देखिए कि भाजपा नेतृत्व ने दिल्ली, मध्य प्रदेश और राजस्थान में अपने मुख्यमंत्री कैसे चुने. अगर किसी ने दावा किया होता कि वह जानता था कि रेखा गुप्ता, मोहन यादव और भजन लाल शर्मा शीर्ष पद हासिल करेंगे तो वह झूठ बोल रहा होता. किसी ने इसकी उम्मीद नहीं की थी. बीसीसीआई के मामले में देखें तो विकल्प कम हैं. लेकिन मन्हास जैसे खिलाड़ी के लिए संयुक्त सचिव का पद अधिक उपयुक्त होता क्योंकि एक टेस्ट खिलाड़ी (रघुराम भट्ट) को कोषाध्यक्ष बनाया जा रहा है.’
मिथुन मन्हास होंगे बीसीसीआई के 37वें प्रेसिडेंट.
इस अनुभवी प्रशासक ने कहा, ‘जब चुनावी सूची में तीन टेस्ट खिलाड़ी थे जिनमें से दो (सौरव गांगुली, हरभजन सिंह) 100 से अधिक टेस्ट मैच खेल चुके हैं तो मन्हास का चयन निश्चित रूप से लोगों को हैरान करेगा.’ दिल्ली क्रिकेट सर्किट में जब कई क्रिकेटरों से संपर्क किया गया तो उनमें से अधिकांश ने सहमति व्यक्त की कि 45 वर्षीय मन्हास हमेशा एक प्रतिभाशाली और बुद्धिमान व्यक्ति रहे हैं.
मिथुन एक ‘स्ट्रीट स्मार्ट’ व्यक्ति हैं
मन्हास की क्रिकेट की यात्रा और अब क्रिकेट प्रशासन की यात्रा हमेशा सही समय पर सही जगह पर रहने के बारे में है. दिल्ली के एक क्रिकेटर ने कहा, ‘मिथुन एक ‘स्ट्रीट स्मार्ट’ व्यक्ति हैं. जब वह दिल्ली क्रिकेट में अपनी जगह पक्की कर रहा था तो उसे पता था कि स्वर्गीय अरुण जेटली दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) में सबसे ताकतवर व्यक्ति थे और बहुत कम प्रथम श्रेणी क्रिकेटर दक्षिण दिल्ली के पॉश इलाके में उनके घर के पास रहने के बारे में सोचते.’
उन्होंने कहा, ‘जब विराट के पिता का रणजी मैच के बीच में निधन हुआ और दिल्ली मुश्किल में थी तब मिथुन कप्तान था. इसके बावजूद मिथुन ने विराट से घर जाने को कहा और लेकिन वह खेलने पर अड़ा रहा तो मिथुन मान गया. वहीं उसके अधिकांश दोस्त वीरू (वीरेंद्र सहवाग) और युवी (युवराज सिंह) जैसे दिग्गज अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी थे. टी20 में औसत प्रदर्शन के बावजूद, उसने दिल्ली डेयरडेविल्स (जब सहवाग कप्तान थे), पुणे वारियर्स और किंग्स इलेवन पंजाब (युवराज) के लिए 55 आईपीएल मैच खेले. वीरू और मिथुन एक समय बहुत अच्छे दोस्त थे.’
तब मन्हास जम्मू-कश्मीर लौट गए
लेकिन 2016-17 में जब गौतम गंभीर फिर से दिल्ली के कप्तान बने तो 35 साल से अधिक उम्र के मन्हास जम्मू-कश्मीर लौट गए, जहां वह कुछ समय तक खेले लेकिन फिर राज्य क्रिकेट बोर्ड में व्यवस्था सुधारने के काम के लिए प्रशासक बन गए जिसमें उनका प्रदर्शन मिला-जुला रहा.
करीब 15 साल से पत्रकारिता में सक्रिय. दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई. खेलों में खासकर क्रिकेट, बैडमिंटन, बॉक्सिंग और कुश्ती में दिलचस्पी. IPL, कॉमनवेल्थ गेम्स और प्रो रेसलिंग लीग इवेंट्स कवर किए हैं. फरवरी 2022 से…और पढ़ें
करीब 15 साल से पत्रकारिता में सक्रिय. दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई. खेलों में खासकर क्रिकेट, बैडमिंटन, बॉक्सिंग और कुश्ती में दिलचस्पी. IPL, कॉमनवेल्थ गेम्स और प्रो रेसलिंग लीग इवेंट्स कवर किए हैं. फरवरी 2022 से… और पढ़ें