बिना अनुमति किया नर्सिंग रजिस्ट्रेशन का इस्तेमाल: भोपाल के अस्पताल ने बता दी अपनी कर्मचारी, नर्सिंग स्टाफ बोलीं– ढाई साल से घर पर हूं – Bhopal News

बिना अनुमति किया नर्सिंग रजिस्ट्रेशन का इस्तेमाल:  भोपाल के अस्पताल ने बता दी अपनी कर्मचारी, नर्सिंग स्टाफ बोलीं– ढाई साल से घर पर हूं – Bhopal News


युवती प्रियंका सेन ने अपने दस्तावेज के दुरुपयोग का आरोप लगाया है।

नर्सिंग घोटाला सामने आने के बाद नियमों को कड़ा किया गया। लेकिन इसके बाद भी बड़े स्तर पर गड़बड़ी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं।

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अब एक नया मामला भोपाल से सामने आया है, जहां एक प्राइवेट हॉस्पिटल श्री हरी मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल में प्रियंका सेन नाम की नर्सिंग स्टाफ का नर्सिंग रजिस्ट्रेशन व अन्य दस्तावेज ढाई साल तक बिना अनुमति के इस्तेमाल किए गए।

यह आरोप प्रियंका सेन ने सीएमएचओ कार्यालय और लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग में लिखित शिकायत के जरिए दर्ज कराए।

शिकायत कर्ता प्रियंका सेन ने कहा, मुझे फरवरी माह में पता चला कि मेरा नाम स्टाफ के रूप में श्री हरी मल्टी केयर अस्पताल में दर्ज है। जब जानकारी की तो पता चला कि ऐसा ढाई साल से है। जबकि बीते तीन साल से घर पर हूं। कहीं भी किसी भी अस्पताल या कॉलेज में किसी भी पद पर नौकरी नहीं की है।

इसकी जानकारी फरवरी माह में सीएमएचओ कार्यालय में दी। लेकिन सितंबर तक कोई एक्शन नहीं लिया गया। ऊपर से सीएमएचओ कार्यालय में शिकायत वापस लेने के लिए दबाव बनाया गया। जिसके बाद लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग में लिखित शिकायत दी। इसके बाद मेरा नाम तो स्टाफ से हटा दिया गया लेकिन अस्पताल पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।

वहीं, मामले में संबंधित अस्पताल के डायरेक्टर अशोक चौहान ने कहा कि उनके यहां इस नाम की कोई स्टाफ नर्स नहीं है और न ही वे इस नाम की किसी लड़की को जानते हैं।

प्रियंका सेन ने लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग में लिखित शिकायत कर दर्ज कराई है।

स्टूडेंट को ही दिखाया कॉलेज में फेकल्टी इधर, हाल ही में एनएसयूआई ने एक शिकायत मध्यप्रदेश नर्सेस रजिस्ट्रेशन काउंसिल में दर्ज कराई है। जिसमें आरोप लगाया कि राम मनोहर लोहिया नर्सिंग कॉलेज ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 के ऑनलाइन आवेदन में फर्जी फैकल्टी दिखाकर मान्यता प्राप्त करने का प्रयास किया।

उन्होंने कंचन यादव नाम की कैंडिडेट को अपने यहां ट्यूटर दिखाया, जबकि वे वर्तमान में इंदौर के सरकारी नर्सिंग कॉलेज से एमएससी नर्सिंग कर रही हैं। एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष रवि परमार का कहना है कि नर्सिंग से जुड़ा एक बड़ा खेल पूरे प्रदेश में चल रहा है, जिसमें मान्यता से लेकर फर्जी फैकल्टी और स्टाफ दिखाना तक शामिल है।

शिकायत कर्ता बोलीं– अस्पताल पर हो कार्रवाई शिकायतकर्ता प्रियंका सेन ने कहा कि मैं अस्पताल के किसी व्यक्ति को जानती तक नहीं हूं। मुझे इसकी जानकारी भी नहीं थी कि मेरा रजिस्ट्रेशन नंबर इतने लंबे समय से अस्पताल द्वारा उपयोग में लिया जा रहा था। यही नहीं, मुझे अस्पताल का नर्सिंग स्टाफ बताया जा रहा था।

जानकारी मिलते ही उन्होंने इसकी शिकायत भोपाल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) से लेकर लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग में दर्ज कराई। लेकिन, 7 महीने बीत जाने के बाद भी अस्पताल पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। जबकि यह एक बड़ा फर्जीवाड़ा है। उन्होंने सवाल उठाया कि बिना उनकी जानकारी उनके पर्सनल डॉक्यूमेंट अस्पताल तक कैसे पहुंचे, इसकी भी जांच होनी चाहिए।

3 सितंबर को हटाया नाम मामले में सीएमएचओ डॉ. मनीष शर्मा ने कहा कि यह केस उनके संज्ञान में आया था। श्री हरी मल्टी-केयर अस्पताल के ऑनलाइन पोर्टल में कुछ गड़बड़ी आई थी, जिसमें सुधार में उनकी टीम ने मदद की। इसके बाद 3 सितंबर को प्रियंका का नाम पोर्टल से हटा दिया गया।

इधर, शिकायतकर्ता प्रियंका का कहना है कि नाम तो उन्हें हटाना ही था, ऐसा ना होने पर वे कानूनी सहायता लेतीं। लेकिन, स्वास्थ्य विभाग को इस मामले में अस्पताल पर कार्रवाई करनी चाहिए या फिर उनके डॉक्यूमेंट ढाई साल तक उपयोग किए गए, उसका मुआवजा दिलाया जाना चाहिए।



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