सोसाइटी गठन के दौरान जेईसी के छात्र।
जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों ने एक नई ऐतिहासिक पहल की है। छात्रों ने ‘सोसाइटी फॉर प्रोफेशनल एक्सीलेंस एंड इनोवेशन’ नामक समिति का गठन किया है, जिसका उद्देश्य सरकारी संस्थाओं व इंडस्ट्री की समस्याओं पर रिसर्च कर ठोस समाधान निकालना है। समिति के ग
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लेफ्टिनेंट जनरल संजय सेठी,IIIT जबलपुर के डायरेक्टर भारतेंदु सिंह और व्हीकल फैक्ट्री के पूर्व CGM संजीव भोला प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
प्राचार्य डॉ. राजीव चांडक ने बताया कि रिसर्च और उसके वास्तविक उपयोग के बीच बड़ा अंतर है। अक्सर शोध तो समय पर हो जाता है, लेकिन उसका उपयोग इंडस्ट्री में देर से हो पाता है। यही वजह है कि इस सोसाइटी का गठन किया गया है, ताकि छात्र सीधे इंडस्ट्री की चुनौतियों से रूबरू हो सकें और उनकी समस्याओं का समयबद्ध समाधान खोज सकें। इस समिति का उद्देश्य इंडस्ट्री और शैक्षणिक संस्थानों के बीच एक ऐसा सेतु बनाना है जिससे दोनों पक्षों को लाभ मिले।
लेफ्टिनेंट जनरल संजय सेठी,IIIT जबलपुर के डायरेक्टर भारतेंदु सिंह और व्हीकल फैक्ट्री के पूर्व CGM संजीव भोला प्रमुख रूप से मौजूद रहे। सभी ने छात्रों को भविष्य के लिए प्रेरित किया और कहा कि अब समय है कि छात्र सिर्फ नौकरी तलाशने वाले न बनें, बल्कि खुद रोजगार देने वाले बनें। संजीव भोला ने कहा कि यदि छात्र अपनी स्टार्टअप इंडस्ट्री खड़ी करेंगे तो वे न केवल आत्मनिर्भर बनेंगे, बल्कि देश को भी नई दिशा देंगे।
इस पहल से छात्रों को कई बड़े अवसर मिलने की उम्मीद है। अब उन्हें प्रोजेक्ट्स और इंटर्नशिप सीधे इंडस्ट्री से जुड़कर करने का मौका मिलेगा। वहीं सरकारी संस्थाओं और उद्योगों की चुनौतियों को रिसर्च विषय बनाकर छात्र उनके लिए व्यावहारिक समाधान निकाल सकेंगे। इससे न केवल छात्रों के स्किल्स विकसित होंगे, बल्कि स्थानीय स्तर पर स्टार्टअप्स को भी बढ़ावा मिलेगा।
जबलपुर की सबसे बड़ी समस्या एयरपोर्ट कनेक्टिविटी है। अधिकांश बड़ी इंडस्ट्रीज के हेड ऑफिस दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे मेट्रो शहरों में हैं। ऐसे में अधिकारियों और विशेषज्ञों के लिए जबलपुर आना आसान नहीं है। यही कारण है कि बड़ी इंडस्ट्रीज से सीधा जुड़ाव बनाने में दिक्कत आती है।

प्रोजेक्ट पर हस्ताक्षर करते हुए लेफ्टिनेंट जनरल संजय सेठी।