तकलीफ बहुत है लेकिन हौसला बुलंद, खाटू श्याम के दर्शन करने पहुंचा जबलपुर का पारस

तकलीफ बहुत है लेकिन हौसला बुलंद, खाटू श्याम के दर्शन करने पहुंचा जबलपुर का पारस


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Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के जबलपुर में रहने वाला पारस एक आम लड़का है, लेकिन काम उसके देख हर कोई उसकी तारीफ किए बिना नहीं रहता है. पारस जबलपुर से राजस्थान तक साइकिल यात्रा कर रहे हैं. चलिए जान लेते हैं उसकी यात्रा के पीछे का कारण.

Madhya Pradesh News: किसी ने क्या खूब कहा है, जज्बातों में जिनके कुछ पाने की जान होती है. उन्हीं हौसलों की दुनिया में पहचान होती है. दरअसल, हम बात कर रहे हैं मध्य प्रदेश के जबलपुर में रहने वाले पारस सप्रे खटीक की, जिनकी उम्र महज 22 साल है, लेकिन उनका हौसला देखकर सभी हैरान हो जाते हैं. इतना ही नहीं टायर फटने के बाद भी उन्होंने हौसला नहीं हारा और मंजिल की ओर लगातार बढ़ते चले जा रहे हैं.

पारस जबलपुर से मथुरा होते हुए राजस्थान तक साइकिल यात्रा कर रहे हैं. जिसकी दूरी करीब 1 हजार किलोमीटर है. यह यात्रा पारस अकेले कर रहे हैं. जिन्हें घर से निकले करीब 15 दिन हो चुके हैं, जो आज 16 दिन का सफर तय कर राजस्थान के खाटू श्याम मंदिर के दर्शन करने पहुंचे हैं. रास्ते में पहाड़ों के बीच से गुजरना हो या फिर बादलों की गड़गड़ाहट के बीच तेज बारिश में, बावजूद इसके पारस अपनी मंजिल की ओर धीरे-धीरे बढ़ते चले जा रहे हैं.

साइकिल में लगाया है बोर्ड
लोकल18 से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया घर से माता-पिता को बताकर अकेले निकले हुए हैं. रोजाना 80 किलोमीटर साइकिल चलाते हैं. सुबह 8 बजे से साइकिल चलाते हुए यात्रा शुरू करते हैं और दोपहर 2 बजे हाईवे किनारे ढाबे में रूक कर भोजन करते हैं और फिर दोबारा यात्रा शुरू कर रात 9 बजे यात्रा को समाप्त कर देते हैं. इसके पीछे का कारण उन्होंने बताया कि देश को करीब से जानना चाहते हैं, रास्ते में बहुत सी ऐसी चीज जानने को मिलती है. जो सिर्फ साइकिल यात्रा के दौरान ही अनुभव किया जा सकता है. इतना ही नहीं साइकिल यात्रा कर सनातन धर्म को आगे बढ़ाना चाहते हैं.

हाईवे में फट गया साइकिल का टायर
उन्होंने बताया यात्रा के दौरान काफी मुसीबत का सामना भी करना पड़ता है, बीच यात्रा में ही साइकिल का टायर और ट्यूब दोनों ही फट गया. काफी दूर तक साइकिल घसीटना पड़ा. इसके बाद दुकान मिली और टायर बदलवाने का काम किया. जीवन में इस तरीके के अनुभव बहुत कुछ सिखाने का काम कर रहे हैं. इस दौरान रास्ते में भक्तों का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है और लोग सपोर्ट कर रहे हैं. हालांकि, इसके पहले जबलपुर से उज्जैन और प्रयागराज का सफर पूरा कर चुके हैं, लेकिन उन्होंने आज तक इतना लंबा सफर नहीं किया.

Deepti Sharma

Deepti Sharma, currently working with News18MPCG (Digital), has been creating, curating and publishing impactful stories in Digital Journalism for more than 6 years. Before Joining News18 she has worked with Re…और पढ़ें

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